26 Apr 2025, Sat

फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी कानूनी पचड़े में फंसीं, एससी ने दिया फिल्म का नाम बदलने का सुझाव

नई दिल्ली। आलिया भट्ट, अजय देवगन और विजय राज की अदाकारी से सजी फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ रिलीज से पहले विवादों में घिरी हुई है। यह फिल्म 25 फरवरी को रिलीज होने जा रही है, लेकिन रिलीज से पहले ही इसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सिनेमाघरों में रिलीज से 2 दिन पहले आलिया भट्ट की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी कानूनी पचड़े में फंस गई है। फिल्म पर उठा विवाद सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा। जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जस्टिस जेके माहेश्वरी की पीठ ने इसके निर्माता संजय लीला भंसाली प्रोडक्शन को सुझाव दिया है कि क्या इस फिल्म का नाम बदला जा सकता है?
अदालत ने कहा कि उसने ये सुझाव इसलिए दिया क्योंकि फिल्म पर रोक को लेकर कई मुकदमे विभिन्न अदालतों में साल भर से ज्यादा समय से लंबित हैं. इस मालमे पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को भी सुनवाई होगी.सुप्रीम कोर्ट में करीब दो घंटे चली सुनवाई के दौरान जस्टिस इंदिरा बनर्जी की अगुवाई वाली पीठ ने गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म बनाने वाले निर्माता संजय लीला भंसाली से पूछा है कि क्या इस फिल्म का नाम बदला जा सकता है?
अब प्रश्न ये है कि क्या भंसाली नाम बदलने के लिए तैयार होंगे। इस पहले भी विवाद के चलते उन्होंने गोलियों की रासलीला राम-लीला और पद्मावत सहित अपनी फिल्मों के शीर्षक बदले हैं। गंगूबाई काठियावाड़ी कल सिनेमाघरों में दस्तक दे रही है। संजय लीला भंसाली की फिल्मों का रिलीज से पहले विवाद में फंसना आम बात हो गई है। पर आलिया भट्ट की ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ तो चौतरफा फंस गई है। मूवी के सीन्स को लेकर अभी तूफान थमा भी नहीं था कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देशक संजय लीला भंसाली को फिल्म का नाम बदले का सुझाव दे दिया।
बता दें कि ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ 25 फरवरी को दर्शकों के बीच आ रही है, ऐसे में ऐन पहले नाम बदले की कवायद मुश्किलें पैदा कर सकतीं हैं। फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी एक सच्ची कहानी से प्रेरित है। फिल्म में गंगूबाई नाम की एक सामाजिक कार्यकर्ता की जिंदगी को विस्तृत तरीके से दिखाया गया है, लेकिन गंगूबाई के परिवार ने आरोप लगाया है कि फिल्म में उनके चरित्र को मैला करने की कोशिश की गई है। गंगूबाई की बेटी बबीता का कहना है कि इस फिल्म में उनकी मां के किरदार को गलत तरीके से दिखाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब यह फिल्म बन रही थी तब संजय लीला भंसाली ने इसे लेकर ना तो उनसे कोई बात की और ना ही उनकी मां के बारे में अच्छी तरह से जानने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनकी मां एक सोशल वर्कर थीं और उन्होंने पूरी उम्र लोगों के लिए काम किया, लेकिन फिल्म में उन्हें वेश्या के रूप में दिखाया गया है, जिस पर उन्हें कड़ी आपत्ति है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *