अल्मोड़ा/नैनीताल। 300 प्रशिक्षक, प्रतिदिन 300 शिविर, एक माह तक 9000 शिविर,17 लाख 65 हजार 3 सौ 54 लोग तक योग को पहुँचाया, जी हाँ ये यह कोई सरकारी आंकड़े नहीं बल्कि ऑनलाइन योग शिविर केेे आयोजन का लेखा जोखा है। इसके पीछे जो शख्सियत है वह है कुमाऊं विश्वविद्यालय के योग विभाग अध्यक्ष डॉ. नवीन भट्ट। डॉ. नवीन भट्ट के इस पहल को आरोग्यम योग एवम प्राकृतिक चिकित्सा ने सम्मान दिया। राष्ट्रीय योग एसोसिएशन व अखिल भारतीय चिकित्सा परिषद से संबद्ध राष्ट्रीय योग एसोसिएशन सेे संबद्ध आरोग्यम योग एवम प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान द्वारा कुमाऊँ विश्वविद्यालय के योग विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड योग रत्न सम्मान दिया गया। योग विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट को यह उत्तराखंड योग रत्न सम्मान आरोग्यम प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान की निदेशक डॉ सरस्वती काला द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग के प्रचार एवम प्रसार के लिए किए गए अविस्मरणीय कार्यों को देखते हुए प्रदान किया गया ।
डॉ नवीन भट्ट योग के क्षेत्र में पिछले 16 से भी अधिक वर्षों से कार्य करते है आ रहे है। इससे पूर्व योग के क्षेत्र में किये जा रहे योगदान के लिए अनेकोंं संस्थाओं के द्वारा कुमाऊँ गौरव सम्मान व महर्षि पतंजलि योग रत्न सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। डॉ नवीन भट्ट को विशेष रूप से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में योग की अलख जगाने एवम राजकीय महाविद्यालयों में योग विषय के प्रचार -प्रसार को व्यापक रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी है। डॉ नवीन भट्ट की अभी तक योग से संबंधित एक दर्जन से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। योग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट को उत्तराखंड योग रत्न 2020 सम्मान मिलने पर कुमाऊँ विश्वविद्यलय के कुलपति प्रो एन के जोशी, पूर्व कुलपति प्रो एच एस धामी, पूर्व कुलपति प्रो के एस राना , लोक सेवा आयोग के सदस्य प्रो एन एस भंडारी कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलसचिव लेखराज भट्ट ,एस एस जे परिसर के निदेशक प्रो जगत सिंह बिष्ट सहित प्राध्यापकों व शहर के गणमान्यों ने उनकी इस उपलब्धि पर बधाइयाँ दी ।