देहरादून। देवभूमि विचार मंच तथा प्रज्ञा प्रवाह के तत्वावधान में महारानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुरूआत में भारत और चीन के साथ हुए संघर्ष में शहीद 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए विग्नेश कुमार त्यागी ने 18 57 आंदोलन की प्रकृति तथा उस समय की परिस्थितियों में रानी लक्ष्मीबाई योगदान पर विस्तृत चर्चा की। साथ ही साथ डॉक्टर पल्लवी ने रानी लक्ष्मी बाई के कृत्यों और उनके सांस्कृतिक राष्टृवाद मे योगदान को चर्चा में उनके राष्ट्रप्रेम की भावना जो आज भी जनमानस में है। उस पर भी अपने व्याख्यान में विस्तृत रूप से उल्लेख किया ।
कार्यक्रम के संरक्षण श्री भगवती प्रसाद राघव ने वर्तमान परिवेश में राष्ट्रहित की भावना को इतिहास में किए गए रानी लक्ष्मीबाई के योगदान से जोड़ते हुए उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में डॉ प्रवीण तिवारी, डॉक्टर पूनम तिवारी, डॉ अवनीश त्यागी, डॉ दिनेश सकलानी, डॉक्टर चैतन्य भंडारी डॉक्टर, ऋचा कंबोज सहित बड़ी संख्या में गूगल मीट पर आयोजित कार्यक्रम में भागीदारी की और वक्ताओं के उद्बोधन को वर्तमान परिवेश में और प्रासंगिक बनाने पर जोर देने पर सहमति भी दी।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफ़ेसर विग्नेश कुमार त्यागी तथा डॉक्टर पल्लवी मिश्रा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर एल यस बिष्ट द्वारा की गई। इस अवसर पर डॉक्टर अंजली वर्मा महिला प्रकोष्ट संयोजिका ने कार्यक्रम का संचालन किया गया। साथ ही साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश की महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ अमित अग्रवाल तथा महिला प्रकोष्ठ की समन्वयक ब्रज प्रांत डॉक्टर पूनम तिवारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।