हल्द्वानी। लाॅक डाउन के दौरान सोमवार को सुबह सात बजे से अपरान्ह दो बजे तक लोगों को जरूरत का सामान खरीदने के लिए छूट दी गई थी, लेकिन कई लोग बेवजह भी घरों से बाहर निकल गए। जिसके बाद पहले डीआइजी ने सड़क पर उतर मोर्चा संभाला फिर दोपहर बाद छूट का समय खत्म होते ही एसएसपी भी सड़क पर उतर गए। गाड़ियों के चालान काटने के साथ हिदायत दी गई कि आज से बेवजह बाहर निकले तो गाड़ी सीज करने के साथ चालक पर भी कार्रवाई होगी।
कोरोना का संक्रमण कम करने और उत्तराखंड में इसे फैलने से रोकने को सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित कर रखा है। मगर जनता कर्फ्यू की तुलना में पहले दिन इसका असर कम देखने को मिला। जिसके बाद डीआइजी जगतराम जोशी ने अधिकारियों संग शहर का जायजा लिया। उन्होंने गाड़ियां रुकवा लोगों से घर से निकलने की वजह पूछी। ठोस कारण न बताने पर अपील करते हुए यह भी कहा कि बेवजह सड़क पर आने की बजाय परिवार संग रहकर खुद को सुरक्षित करें।
इसके बाद दो बजते ही एसएसपी सुनील कुमार मीणा, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ शांतनु पराशर कोतवाली से लेकर एसडीएम कोर्ट चैक तक गाड़ियां रोक पूछताछ करने में जुट गए। करीब डेढ़ घन्टे तक यह सिलसिला जारी रहा। इस दौरान मेडिकल लाइन, जल संस्थान और अति आवश्यकीय सेवा से जुड़े लोगों को जाने दिया गया। जबकि छूट खत्म होने के बावजूद सड़क पर दिख रहे लोगों को फटकार लगाने के बाद ट्रैफिक इंस्पेक्टर महेश चंद्रा व सीपीयू ने चालान भी काटा। एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि लापरवाही बरतने पर पुलिस आज से सख्ती बरतेगी। सड़क पर दिखे अधिकांश लोग दवाई लेकर आने की बात कह रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने बैग चैक कर दवा मिलने पर जाने दिया। साथ मे यह भी कहा कि कल से जरूरी सामान सुबह के वक्त समय से ले लें। उसमें भी ग्रुप में निकलने की बजाय अकेले जाएं। वहीं काठगोदाम, मुखानी, बनभूलपुरा थाने के अलावा चैकी के स्टाफ ने भी दोपहर बाद सख्ती दिखाते हुए घर से बाहर घूम रहे लोगों को डांट कर रवाना कर दिया। इन्हें जमकर लताड़ा भी गया।