चमोली/देहरादून। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत और बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट की उपस्थिति में चमोली जनपद के सीमांत नीति घाटी क्षेत्र के जुम्मा और सूगी ग्रामों में मोबाइल टाॅवरों का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस सुविधा से क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांवों को मोबाइल कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मोबाइल टाॅवर अपनों से बात तो कराएगा ही अपितु किसानों को देश के अनेक हिस्सों में अपने उत्पाद बेचने की भी जानकारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अंतिम गांव नीति में जब टाॅवर लगेंगे, तब कहीं जाकर यह कह सकेंगे कि विकास अंतिम गांव तक पहुंच गया है। जुम्मा गांव में हुए खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वर्चुअली भाग ले रहे थे।
उत्तराखंड के चमोली में भारत-तिब्बत सीमा से लगी नीती घाटी में रिलायंस जियो के दो 4जी मोबाइल टॉवर शुरू हो गए हैं। रिलायंस जियो नीती घाटी में कुल 10 टॉवर लगाएगा। बाकी 8 टॉवर पर भी काम तेज गति से चल रहा है। घाटी में रहने वाले स्थानीय नागरिकों, ग्रामीणों के साथ सेना के जवानों को भी 4जी संचार सेवाए उपलब्ध हो पाएंगी।
उद्घाटन कार्यक्रम में सांसद तीरथ सिंह रावत और बद्रीनाथ के विधायक महेद्र भट्ट भी शामिल रहे। पहले फेज में जियो के नए टॉवरों के जरिए संचार सेवाओं से जुड़ गए है। भारत में मोबाइल सेवाएं शुरू हुए 25 वर्ष हो चुके हैं लेकिन नीती घाटी के दर्जनों गांव आज तक मोबाइल सेवाओं से अछूते थे। ग्रामीणों को संचार सेवाओं के लिए 45 किलोमीटर दूर तक आना पड़ता था। भारत-तिब्बत सीमा से लगी इस घाटी में बड़ी संख्या में सेना और आईटीबीपी के जवान भी तैनात रहते हैं। ऐसे में जियो की 4जी सेवाओं के शुरू होने का लाभ सुरक्षा एजेंसियों को भी मिलेगा। कठिन इलाकाई स्थितियों और प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के बावजूद रिलायंस जियो यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला ऑपरेटर बन गया है। आज से पहले कोई भी ऑपरेटर इस सीमावर्ती घाटी में नही पहुंच पाया था। सर्दियों में यह इलाका भारी बर्फबारी की चपेट में रहता है ऐसे में टॉवर इंस्टालेशन का काम समय पर पूरा करना एक रिकॉर्ड है।
इस अवसर पर विधायक महेंद्र भट्ट ने 4 जी सेवाएं शुरू करने और घाटी को डिजिटल सशक्तिकरण करने के लिए रिलायंस जियो के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। रिलायंस जियो उत्तराखंड का सबसे बड़ा और सबसे तेज 4 जी नेटवर्क है। राज्य के 13 जिलों की लगभग सभी तहसील, उप तहसीलों सहित 12700 से अधिक गांव जियो से जुड़े हैं।