2 Jul 2025, Wed

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी गई

श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित रहाः सीएम 
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का पूरा जीवन राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित रहा। वे अपने सिद्धांतों से कभी पीछे नहीं हटे। राजनीति एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनका अहम योगदान रहा। वे अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अखंड एवं एक भारत के लिए कश्मीर को देश की मुख्यधारा में लाना चाहते थे। उन्होंने एक देश एक विधान पर हमेशा से बल दिया। धारा 370 को हटाने के लिए उन्होंने संघर्ष किया और अपने जीवन का बलिदान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 समाप्त कर उनके सपने को साकार किया।
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में भारतीय जन संघ के संस्थापक अध्यक्ष व जम्मू कश्मीर को राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं द्वारा संकल्प पत्र पढ़कर राष्ट्रीय एकता व स्वदेशी अपनाने की प्रतिज्ञा भी ली गई।
 भारतीय जनता पार्टी के वर्ष भर में आयोजित होने वाले छरू प्रमुख कार्यक्रमों में डॉ मुखर्जी के बलिदान दिवस श्रद्धांजलि  कार्यक्रम में आज प्रदेश महामंत्री श्री कुलदीप कुमार ने कहा कि आज समस्त भाजपा परिवार की ओर से उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि  कश्मीर से धारा 370 व 35 ं हटाकर श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार द्वारा दी गई है। डा मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता के लिए जम्मू कश्मीर में दो निशान, दो प्रधान ,दो विधान नही चलेंगे का नारा देकर उसके खिलाफ लड़ते लड़ते देश के लिए अपना बलिदान दिया। उनके उस सपने को भाजपा सरकार ने पूरा किया है ।
भाजपा प्रदेश कार्यालय पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते राज्य मंत्री धन सिंह रावत।
श्री कुलदीप कुमार ने कहा डॉ मुखर्जी अखंड भारत की कल्पना करने वाले राजनेता थे।उन्होंने ही कश्मीर में  प्रवेश के लिए परमिट व्यवस्था का विरोध कर इन्नरलाइन परमिट व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन कर इस प्रथा को समाप्त कराया। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष राजपुर विधायक खजान दास ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी  एक सच्चे राष्ट्रभक्त के साथ  मानवता के सच्चे उपासक भी थे । उन्होंने कहा कि प्रखर वक्ता व चिंतक डॉ मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रखकर अपने जीवन को  राष्ट्रसेवा एवं राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित कर दिया था।साथ ही  श्री खजान दास जी ने कहा कि डॉ मुखर्जी  एक  महान शिक्षाविद होने के साथ राष्ट्र चिंतक पुरुष रहे। राष्ट्रीय एकता व राष्ट्रवाद से ओतप्रोत की भावनाओं के फलस्वरूप ही  उन्होंने देश मे राष्ट्रवादी विचारधारा को बढ़ाने के लिए राजनीतिक दल के रूप में  भारतीय जनसंघ की स्थापना की। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में राष्ट्रीय एकता व स्वदेशी की शपथ प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल द्वारा दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी ने किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ देवेंद्र भसीन, ऋषिकेश की मेयर अनिता ममगाईं, प्रदेश मंत्री आदित्य चैहान, मधु भट्ट, प्रदेश प्रवक्ता मयंक गुप्ता,  विनय गोयल, विपिन कैंथोला, नवीन ठाकुर, सह मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान, कमलेश उनियाल, सुनील सैनी, सहकारी बैंक फेडरेशन के प्रदेश चेयरमेन दान सिंह रावत डॉ आदित्य कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया
देहारदून। कैंट विधानसभा क्षेत्र में डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। उत्तराखंड ’भाजयुमो उपाध्यक्ष  सचिन गुप्ता’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक हरबंस कपूर ने कहा की डा० मुखर्जी देश के माहान चिंतक, राष्ट्रवादी, प्रखर वक्ता थे। उनके द्वारा खड़ा किया संगठन आज वट वृक्ष के रूप में पूरे देश को छांव दे रहा है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दर्जाधारी राज्य मंत्री रविंद्र कटारिया ने कहा की आज यदि कश्मीर में पर्मिट व्यवस्था खत्म हुई हैं तो उसका सारा श्रेय डा० मुखर्जी को जाता हैं। उनके द्वारा दो निशान-दो प्रधान नही चलेंगे के नारे ने नेहरू सरकार की चूलें हिला दी थी, जिसका परिणाम यह हुआ की सरकार को पर्मिट व्यवस्था खत्म करनी पड़ी। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष बबलू बंसल, भाजयुमो महानगर उपाध्यक्ष राजकुमार तिवारी, सुरेश कुमार, गंगा सागर प्रजापति, प्रेम कुमार, ज्योति प्रजापति, कृपाल कश्यप, पीएल सेठ, जीतू, सुरेंद्र कुमार आदि उपस्तिथ रहे।
शिवसैनिकों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ किया प्रदर्शन
देहरादून। शिवसेना देहरादून द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने पर नड्डा कि खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनका चित्र को आग के हवाले किया गया।
शिवसेना जिला प्रमुख अमित कर्णवाल ने कहा की आज भा॰ज॰पा के नेता अपना आपा खो चुके है और ऊल-जलूल बयान देने में लगे है, कभी प्रधानमंत्री की तुलना भगवानांे के नेता के रूप में करते हैं और कभी मोदी चालीसा बनाकर हिंदू देवी देवताओं का अपमान कर रहे है। शिवसेना उपप्रमुख शिवम गोयल ने कहा की आज भा॰ज॰पा का शीर्ष नेतृत्व बेलगाम व अहंकारी हो गया हैं। भा॰ज॰पा को यह नहीं भूलना चाहिए की कभी देश में राज करने वाली कांग्रेस आज कहां हैं। भा॰ज॰पा भी कभी 2 सीटों की पार्टी थी। इस कोरोना काल में प्रधानमंत्री की भक्ति करने की बजाय भा॰ज॰पा को देश के गरीब एंव मध्यम वर्गीय व्यक्तियों के बारे में सोचना चाहिए।
इस कार्यकम्र में मनोज सरीन, रोहित बेदी, संजीव मैठानी, मनोज वोहरा, विकास मल्होत्रा, वासु परविंदा, अभिषेक साहनी, फरीद अली, रजत विश्नोई, हर्ष सिंघल आदी मौजूद रहे।
पुण्यतिथि पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की
देहरादून। सोसाइटी फॉर एम्पोवेरमेंट वेलफैर अवरनेस्स के संरक्षक एवं  जिलाध्यक्ष सक्षम इकाई हरिद्वार के जगदीश लाल पाहवा ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक और इसके पहले अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज 67वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धाञ्जलि देते हुये कहा कि डॉक्टर मुखर्जी अनुच्छेद 370 के मुखर विरोधी थे और चाहते थे कि कश्मीर पूरी तरह से भारत का हिस्सा बने और वहां अन्य राज्यों की तरह समान कानून लागू हो। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी अनुच्छेद 370 के विरोध में उन्होंने आजाद भारत में आवाज उठाई थी। उनका कहना था कि ष्एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगेद्यष् कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी।
सोसाइटी फॉर एम्पोवेरमेंट वेलफैर अवरनेस्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनीयर मधुसूदन आर्य ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक देशभक्त और स्वाभिमानी राष्ट्रवादी थे और उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। एक मजबूत और एकजुट भारत के लिए उनका जुनून हमें प्रेरित करता है और हमें देशवासियों की सेवा करने की ताकत देता है। जनरल सेक्रेटरी रुचिर कुमार ने कहा डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी चाहते थे कि कश्मीर में जाने के लिए किसी को अनुमति न लेनी पड़े। 1953 में आठ मई को वो बिना अनुमति के दिल्ली से कश्मीर के लिए निकल पड़े। कोषाध्यक्ष कमला अग्रवाल ने श्रद्धाञ्जलि देते हुये कहा कि 23 जून 1953 को उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाती है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष महिला विंग रेखा नेगी, हेमंत नेगी पंकज कौशिक ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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