देहरादून। कांग्रेस पार्टी द्वारा आज पूरे देश में भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए सैनिकांें को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसी कार्यक्रम के तहत आज देहरादून महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में कंाग्रेसजनों ने देहरादून स्थित शौर्य स्थल पर जाकर भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रतिभाग करते हुए शहीद स्थल पर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत महानगर कंाग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कंाग्रेसजन प्रदेश कार्यालय में एकत्रित हुए जहां से उन्होंने शौर्य स्थल पहुंचकर देश की रक्षा के लिए शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हम सब कांग्रेसजन गलवांन घाटी में भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक घटना का सामना करने वाले सेना के जवानों के साहस और बलिदान की सराहना करते हुए देष की रक्षा के लिए षहीद हुए वीर सपूतों की षहादत को नमन करते हुए उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर लम्बे समय से तनाव की स्थिति बनी हुई थी परन्तु भारत सरकार पड़ोसी देष की चाल समझने मंे पूरी तरह नाकाम रही जिसकी कीमत हमें 20 सैनिकों की षहादत से चुकानी पड़ी। प्रदेष कंाग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 16 जून की रात चीन सीमा पर भारतीय सेना पर हमला इनकी विदेश नीति की अपरिपक्वता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय सेना द्वारा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए उठाये जाने वाले हर कदम का समर्थन करेगी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को देश की जनता के सामने आकर जनता को भारत-चीन सीमा पर घटी इस घटना की सच्चाई बतानी चाहिए तथा देश की जनता को आश्वस्त करना चाहिए कि देष की सीमायें पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सर्वविदित है कि पड़ोसी देश चीन द्वारा लगातार सीमा पर लम्बे समय से तनाव का माहौल बनाया जा रहा है जिसे भांपने में भारत सरकार नाकाम रही है। चीनी सैनिकों द्वारा लगातार भारतीय सीमा में घुसने तथा भारतीय सैनिकों को उकसाकर सीमा पर तनावपूर्ण माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। देश की सीमा पर ऐसी घटनायें देष की सीमाओं की सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह हैं। लेह की गलवांन घाटी क्षेत्र देष का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां पर हुई घटना उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेष, अरूणाचल प्रदेष जैसे सीमावर्ती राज्यों के लिए भी चिंता का विशय है परन्तु भारत-चीन सीमा पर घटी घटना पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री तथा रक्षा मंदी ने मौन ओड रखा है। श्रद्धांजिल कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, पी.के. अग्रवाल, पूर्व मंत्री अजय सिंह, गोदावरी थापली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, विषेश आमंत्रित सदस्य सुभाश चाौधरी, पूूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश सचिव राजेश शर्मा, गरिमा दसौनी, मंजुला तोमर, मंजू त्रिपाठी, एआईसीसी सदस्य अजय नेगी, नवीन पयाल, कमरखान, अभिषेक सिंह, महानगर महिला अध्यक्ष कमलेष रमन, संदीप चमोली, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र नेगी, राजेश चमोली, विजय रतूड़ी मोन्टी, नागेश रतूड़ी, जसविन्दर गोगी, सुरत सिह नेगी, अविनाश मणि, अजय रावत, आशीश सक्सेना, संदीप कुमार, सुधीर सुनेहरा, विनीत भट्ट, सुनित राठौर, राजेन्द्र चैहान, सावित्री थापा, राहुल प्रताप राणा, पुश्कर सारस्वत, अमन सिंह वर्मा, प्रियांषु छाबडा, राजीव पुंज, सावित्री थापा, अजय बेलवाल, सोमप्रकाष बाल्मीकि, अनिकेत नन्दन, धीरज, मधुसूदन सुन्द्रियाल, किशन कुमार, हरेन्द्र चैधरी, आजाद वर्मा, दीपा चैहान, मीना रावत, महेष जोषी, जगदीश चैहान, भरत शर्मा सहित सैकडों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कूटनीति के मोर्चे पर मोदी की विदेश नीति फेलः धीरेन्द्र प्रताप
देहरादून। चीन भारतीय सीमा पर वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों के प्रति कांग्रेस की आज स्पीक अप इंडिया प्रोग्राम में देशवासियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ताजा मामले में भूटान और नेपाल से ववाद को देखते हुए कहा कि चीन के मामले मंे पूरे देश की संवेदनाएं दिवंगत सैनिकों के परिवारों के साथ हैं परंतु जिस तरह से प्रधानमंत्री ने विदेश नीति के मोर्चे पर पड़ोस के सभी देशों जिसमें पाकिस्तान और चीन तो पहले से शामिल थे लेकिन अब जिस तरह से नेपाल से भी दुश्मनी खड़ी कर दी है हैरानी की बात है कि भूटान ने भी आंखें दिखाने शुरू कर दी है। उससे साफ जाहिर है कि भारतीय कूटनीति का वह स्वर्णिम युग समाप्त हो गया है जिसमें जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक और श्रीमती इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी और मनमोहन सिंह तक भारतीय विदेश नीति का डंका पूरे विश्व में बजा करता था। कांग्रेस उपाध्यक्ष ध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उन बयानों को सरेआम गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय फौजी बिना हथियार के देश की सीमाओं पर घूम रहे थे और इसकी कीमत उन्हें अपनी जान की कीमत से चुकानी पड़ी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तो दिल्ली से गलत बयानी कर ही रहे थे लेकिन उत्तराखंड के भाजपा के नेता भी उनके सुर में सुर मिला कर एक झूठ को सौ बार झूठ बता कर सच बनाने की कोशिश में लगे थे। धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि पूरे विश्व में भारत की कूटनीति की मजाक उड़ी है और बेशकीमती सैनिकों की शहादत से देश के करोड़ों लोगों के मनोबल को भी केंद्र सरकार ने झटका दिया है।
उन्हांेने कहा कि भाजपा को देश को गुमराह करने के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की सुरक्षा के मामले में देश की सरकार के साथ खड़ी है लेकिन देश की जनता को विश्वास में लिया जाना यह भी प्रधानमंत्री की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के शहीदों ने उच्चतम बलिदान का प्रतिमान स्थापित किया है और कांग्रेस उनके बलिदान को प्रणाम करती है। धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि भाजपा के नेताओं को चाहिए कि कोरोना की तरह देश की सीमाओं के साथ भी खिलवाड़ ना करें। क्योंकि इससे देश का कोई भला होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना के मामले में सरकार तथ्य छुपाती रही है सैनिको के मामले में भी केंद्र और राज्य सरकार ने देश और प्रदेश के सम्मुख गलत तथ्य रखकर देश के साथ विश्वासघात किया है।