अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जेल एक बार फिर सुर्खियों में है। कुख्यात महिपाल और मोहम्मद सलीम के पास तीन मोबाइल और 10 सिम बरामद किए गए, जिसके बाद जेल प्रशासन के हाथ पव फूल गए। जेल में बंद कैदियों के बाहर गिरोह चलाने और मोबाइल मिलने का सिलसिला जारी है। एक नहीं दो नहीं बल्कि तीसरी बार एक बार फिर से अल्मोड़ा जेल सुर्खियों में आ गया है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके साथ पुलिस जांच में जुट गई।
बता दें पिछले महीने एसटीएफ ने छापेमारी की कार्रवाई कर जिला कारागार अल्मोड़ा में बंद हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कुख्यात बदमाश महिपाल और चरस मामले में बंद अंकित बिष्ट के पास से एक मोबाइल, एक सिम, ईअर फोन और 25 हजार रुपए की नकदी बरामद की थी। ये लोग जेल में बैठकर गिरोह चला रहे थे।
उत्तराखंड जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कोई जेल से नशे का कारोबार चला रहा है तो कोई हत्या की सुपारी ले रहा है जिससे जेल प्रशासन पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। बीते महिपाल के ही साथी अंकित ने उसके और कलीम के खिलाफ रंगदारी का मुकदमा दर्ज करवाया था। इधर, जेल अधीक्षक के जिला कारागार में किए गए औचक निरीक्षण में फिर से कुख्यात महिपाल और मोहम्मद सलीम के पास बैरक में तीन मोबाइल फोन और करीब 10 सिम बरामद हुए हैं। दोनों कैदियों के पास मोबाइल और सिम बरामद होने से एक बार फिर जेल में हड़कंप मच गया। जेल अधीक्षक की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने दोनों कैदियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 188 और कैदी अधिनियम 42 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।