नई दिल्ली (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आर्थिक मुद्दों पर शनिवार को पार्टी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। इसके अलावा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के कार्यक्रमों को लेकर पार्टी सांसदों और प्रदेश पदाधिकारियों से भी बातचीत की। यह बातचीत वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित पार्टी मुख्यालय में की गई। प्रदेश मुख्यमंत्रियों से आर्थिक मसलों पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे।
कांग्रेस सहित विपक्ष आर्थिक वृद्धिदर में आई गिरावट के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कैसे विपक्ष का सामना किया जाए इस पर रणनीतिक विचार विमर्श किया गया। इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से उन्हें अवगत कराया, जिसमें कोरपोरेट कर में की गई कटौती भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर वर्तमान में पांच प्रतिशत से भी नीचे आ गई है। इसका असर कई क्षेत्रों जैसे कृषि, वस्तु एवं सेवा उत्पाद और अन्य में दिखाई दे रहा है। सरकार ने इससे निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। शुक्रवार को सरकार ने कोरपोरेट कर में कटौती की थी।
वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसदों और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से जुड़कर अमित शाह ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए पार्टी की योजना बताई। इस दौरान जेपी नड्डा और अन्य पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
इस दौरान शाह ने सांसदों से महात्मा गांधी के स्वच्छता, खादी और पर्यावरण से जुड़े विचारों का अपने संसदीय क्षेत्रों में प्रचार करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी पहले ही सांसदों से दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती से लेकर 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती तक पदयात्रा करने का मंत्र दे चुके हैं। इस दौरान पार्टी नेताओं को हर गांव तक संपर्क साधने का कहा गया है। इसी मंत्र को शाह ने आज दोहराया और कहा कि वह स्थान-स्थान पर जननेताओं के बनी प्रतिमाओं की भी विचारधार से ऊपर उठकर साफ सफाई करें।