Category: लेख

इम्युनिटी को मजबूत करने के प्राकृतिक उपाय

कोराना के कारण पूरी दुनिया परेशान है। माना जा रहा है कि जिस व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर होती है उस पर कोरोना का असर अधिक होता है और वहीं मजबूत…

उत्तराखण्ड में कोरोना का कहर जारी, 8390 नए मरीज

देहरादून। उत्तराखण्ड में कोरोना की महामारी का कहर बदस्तूर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में जहां 8390 करोनो के नए मरीज मिले, वहीं इस दौरान 118 लोगों…

कोरोना कर्फ्यू चुनौतीपूर्ण स्थिति

वैश्विक महाविनाशक बीमारी कोरोना से पूरा विश्व त्रस्त है। कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए सरकारों द्वारा अथक प्रयास किया जा रहा है, कई राज्य लॉकडाउन लगने या लगाने…

सनातन संस्कृति के मर्यादा पुरुषोत्तम राम

चैत्र नवरात्र और रामनवमी के उत्सव का सनातन संस्कृति के मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के चरित्र से गहरा संबंध है।आदिशक्ति की आराधना का यह उत्सव हमें यह प्रेरणा देता है,कि…

धरती की सूखती कोख, आसमान का हांफता रूप

प्रकृति के संरक्षण से ही पर्यावरण संरक्षित प्रकृति और पर्यावरण की वास्तविक चिंता सामाजिक संगठनों और सरकारी तंत्र के बजाए प्रत्येक नागरिक को अपने घर से ही प्रारंभ करनी होगी।…

समाज में संघ की भूमिका

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मूल में सेवा भाव ही प्रमुख रहा हैं। गणतंत्र दिवस पर स्वयंसेवकों की परेड हो या 1962 के युद्ध में सीमा पर सैनिकों का सहयोग या…

ध्यान से पूर्व की मन की स्थिति को समझे

डॉ. सुरक्षित गोस्वामी, योग गुरु जब ध्यान में बैठते हैं, तब बिना अभ्यास वाला मन अच्छे-बुरे विचार लेकर आ जाता है और हमारे ध्यान को भंग कर देता है फिर…

जल संरक्षण की जागरूकता के लिए “विश्व जल दिवस”

मनुष्य मंगल ग्रह पर तो पानी की तलाश कर रहा है पर धरती पर बढ़ते संकट को अनदेखा कर रहा है। जल संरक्षण के प्रति हमें अपनी जिम्मेदारी को समझते…

पश्चिमी संस्कृति का पहनावा भारतीय संस्कृति से मेल नहीं खाता

समाज में मानव की भौतिक उपस्थिति के अन्य पहलुओं की तरह एक सभ्य संस्कृति के अनुरूप पहनावे का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप सभ्य पहनावा…

कोरोना की आहट में कैसी होगी स्कूली शिक्षा

देश में ही नहीं दुनिया में कोविड-19 वायरस की दूसरी लहर दिखाई देने लगी है, एकाएक कोविड का संक्रमण बढ़ने के कारण जनजीवन पर इसका असर पड़ने लग गया है।…

गीता भारत की वैचारिक सहिष्णुता का प्रतीक

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥ गीता भारत के उस वैचारिक स्वतन्त्रता और सहिष्णुता का भी प्रतीक है,जो हर व्यक्ति को अपना दृष्टिकोण,अपने विचार रखने के लिए…

उत्तराखंड में विकास के साथ राजनैतिक स्थिरता बड़ा मुद्दा

राज्य गठन के इन बीस वर्षों में पूर्ण बहुमत की सरकारों में सत्तासीन दलों द्वारा बार-बार नेतृत्व परिवर्तन करना राज्य के विकास में बाधक है,आने वाले समय में उत्तराखंड की…

नारी कोमलता, क्षमाशीलता, सहनशीलता की प्रतिमूर्ति

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः! यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाःक्रियाः!! शास्त्रों में कहा भी गया है,कि जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास…

जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण महाविनाश को न्यौता

सुरेश भाई (सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद) हिमालय की हर छोटी-बड़ी जलधारा के अविरल प्रवाह को रोककर जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से महाविनाश की स्थिति पैदा हो गई है, जिसके…

ग्रामोदय के पुरोधा भारत रत्न नानाजी देशमुख

ग्रामोदय के पुरोधा भारत रत्न नानाजी देशमुख की जयंती पर विशेष काजल की कोठरी में रहकर बिना कालिख लगे निकल जाना,आज के युग में लोग इसे आठवां आश्चर्य ही मानते…

सेहतमंद नागरिक देश की सबसे बड़ी पूंजी

नीति-नियंताओं को इससे अवगत होना चाहिए कि सेहतमंद नागरिक देश की सबसे बड़ी पूंजी है। मानकों की अनदेखी कर बने मिलावटी खाद्य पदार्थ देश को सेहतमंद बनाने के लक्ष्य में…

अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवसः भाषाई पहचान का आंदोलन बना बांग्‍लादेशी ‘मुक्ति’ का ‘संग्राम’

भाषाई एवँ सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा देने के लिए आज भारत सहित विश्वभर में मातृभाषा दिवस मनाया जा रहा है। भाषाई पहचान की जड़े बांग्लादेश के उस आंदोलन…

जब बदल रहे जल, जंगल, जमीन के मायने तो कैसे बचेगा पर्यावरण

उत्तराखंड में जल, जंगल,जमीन के पायने बदल गये हैं,भौगोलिक विषमता युक्त राज्य में असुरक्षित पर्यावरण के कारण प्राकृतिक संघर्ष की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं……. सृष्टि के प्रारंभ से…

पहाड़ी क्षेत्र में विकास के साथ हिमखण्डों का अध्ययन हो जरुरी

उत्तराखंड में विकास योजनाएं बनाते समय हिमखंडों के अध्ययन भी प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए, जिससे पर्वतीय जीवनशैली एवं पारिस्थितिकीय तंत्र पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े……… उत्तराखंड…

राष्ट्रीय बालिका दिवसः समान अधिकार देने का संकल्प दिवस

“यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमन्ते तत्र देवता” यानी जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवताओं का वास होता है। श्रृष्टि की शुरुआत से महिलाओं का सम्मान किया जाता रहा है।…