देहरादून। उत्तराखंड में कोविड-19 वायरस संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में पॉजिटिव केस की संख्या में तेजी देखी जा रही है। दूसरी लहर में युवा वर्ग भी अधिक संक्रमित हो रहे हैं।
उत्तराखंड में मंगलवार को कोरोना के 3012 नए मरीज मिले और 27 संक्रमितों की मौत हो गई। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा एक लाख 29 हजार पहुंच गई है। वहीं, मौत का आंकड़ा 1919 पहुंच गया है। प्रदेश में 26 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए और 28 हजार के करीब सैंपल की रिपोर्ट आई। राज्य में संक्रमण की दर 3.81 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 80 प्रतिशत के करीब चल रही है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को देहरादून जनपद में 999, हरिद्वार जनपद में 796, यूएस नगर जनपद में 565, नैनीताल जनपद में 258, टिहरी जनपद में 137, अल्मोड़ा में 66, बागेश्वर में 13, चमोली में 24, चम्पावत में 28, पौड़ी में 80, पिथौरागढ़ में 28, रुद्रप्रयाग में 12 और उत्तरकाशी जिले में छह लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।राज्य के अस्पतालों में भर्ती और होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों का कुल आंकड़ा 21 हजार 14 पहुंच गया है। 737 लोगों को ठीक हुए।
उत्तराखंड में मंगलवार को 66 हजार से अधिक लोगों का कोरोना टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही राज्य में टीके की एक डोज लेने वालों की संख्या 14 लाख के करीब पहुंच गई है। जबकि दो लाख 72 हजार से अधिक लोगों को भी तक टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। राज्य के टीकाकरण के नोडल अधिकारी व प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप मार्तोलिया ने बताया कि राज्य में टीकाकरण को लेकर लोगों में अच्छा खासा उत्साह है और बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
संक्रमण से 27 मरीजों की मौत हो गई। इसमें से नौ मरीजों की मौत अकेले हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में हुई है। जबकि एक मरीज ने टिहरी जिले में एम्बुलेंस में दम तोड़ा है। चार एम्स ऋषिकेश, तीन कैलाश अस्पताल देहरादून, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में दो, हिमालयन हॉस्पिट जौलीग्रांट में चार, बेस अस्पताल श्रीनगर में दो, विनय विशाल अस्पताल रुड़की में दो जबकि एक मरीज ने टिहरी जिले में एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया।
राज्य में कुल 106 कंटेनमेंट जोन हो गए हैं। इसमें से 47 कंटेनमेंट जोन अकेले देहरादून जिले में हैं। इसके अलावा हरिद्वार में नौ, नैनीताल में 35, पौड़ी में तीन, उत्तरकाशी में पांच, यूएस नगर में एक, चम्पावत में पांच और चमोली में एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।