नैनीताल। शासकीय कार्यों में उदासीनता, लापरवाही, आवंटित बजट का सदुपयोग न करने, अधीनस्थ स्टाफ पर प्रभावी नियंत्रण न रख पाने, चिकित्सालय में जैव चिकित्सा अपशिष्ट के निस्तारण की अनुचित व्यवस्था, इमर्जेन्सी ड्यूटी में चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के नदारद रहने व इमर्जेन्सी ड्यूटी के अभिलेखों के उपलब्ध न होने तथा लचर कार्यप्रणाली के चलते जिलाधिकारी सविन बंसल के अनुमोदन के पश्चात संयुक्त चिकित्सालय भवाली के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. जगदीश जोशी तत्काल भवाली से हटाकर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय नैनीताल से सम्बद्ध कर दिया गया है। भवाली चिकित्सालय में कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी तरीके से जनमानस तक पहुॅचाने के उद्देश्य से डाॅ.हिमांशु काण्डपाल को तैनात किया गया है। इस बाबत मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 12 जून को आदेश जारी कर दिए गये हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.भारती राणा ने निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कुमाऊॅ मण्डल से विभागीय जाॅच करायी जाने की संस्तुति की है।
गौरतलब है कि विभिन्न माध्यमों से जिलाधिकारी को भवाली चिकित्सालय के सम्बन्ध में तथा वहाॅ के स्टाफ व डाक्टरों की शिकायतों को जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने समय-समय पर भवाली चिकित्सालय की जाॅच मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.टीके टम्टा तथा तहसीलदार धारी से करायी। सभी जाॅच अधिकारियों ने पीएचसी भवाली के कार्यों को लेकर जो रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है, वह डाॅ. जोशी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है। रिपोर्टों को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी श्री बंसल ने सीएमओ से तत्काल डाॅ.जोशी को हटाने का अनुमोदन प्रदान किया। जिसके क्रम में सीएमओ द्वारा डाॅ.जोशी को नैनीताल सीएमओ आॅफिस सम्बद्ध कर दिया है। गौरतलब है कि मुख्य विकास अधिकारी श्री विनीत कुमार द्वारा 19 दिसम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवाली का आकस्मिक निरीक्षण किया था। निरीक्षण में उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र में कई कमियाॅ व अनियमित्ताऐं पायी थी। इसके उपरान्त 29 मई को तहसीलदार धारी द्वारा भी निरीक्षण किया गया था, जिसमें पाया गया कि पूर्व में पायी गयी कमियों व अनियमित्ताओं पर डाॅ.जोशी द्वारा कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं की गयी और वर्तमान में अस्पताल में खामियाॅ और बढ़ गयी हैं। इसके बाद उप जिलाधिकारी नैनीताल तथा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी नैनीताल द्वारा 29 मई तथा 6 जून को पुनः स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण में भी स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा राजकीय कार्यों के सम्पादन में लापरवाही बरती जा रही थी। बार-बार उच्चाधिकारियों के निरीक्षण के उपरान्त भी लापरवाही की पुनरावृत्ति होना पाया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केन्द्र में पायी गयी कमियों, अनियमित्ताओं पर प्रभारी चिकित्साधिकारी सामुदायिक केन्द्र से स्पष्टीकरण मांगा गया, आख्या के अवलोकन से विदित है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवाली में पायी गयी अनियमित्ताओं तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कर्मचारियों का अनुपस्थित होना, विलम्ब से पहुॅचना, कार्मिकों के कार्यों से सम्बन्धित रोस्टर का निर्धारण न होना, पूर्व में दिए गए निर्देशों का अनुपालन न किया जाना, दवा वितरण कक्ष में स्टाॅक मिलान में अन्तर होना आदि के सम्बन्ध में डाॅ. जोशी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी। उप जिलाधिकारी नैनीताल द्वारा सौंपी गयी जाॅच रिपोर्ट में कहा है कि चिकित्सालय में ड्यूटी रोस्टर भी अस्पष्ट था। चिकित्सालय के 14 अधिकारी एवं कर्मचारी चिकित्सालय परिसर में न रहकर बाहर रहते हैं। जिस कारण आपातकालीन स्थिति में समय से कार्य स्थल पर कर्मचारियों का पहुॅचना संभव नहीं है। चिकित्सालय के सीसीटीवी कैमरे भी खराब पाये गये। आपातकालीन ड्यूटी रोस्टर तथा पंजिका भी नहीं पायी गयी। चिकित्सालय में आवंटित बजट के सापेक्ष व्यय काफी कम पाया गया। उप जिलाधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा राजकीय कार्यों में घोर लापरवाही बरती जा रही है तथा चिकित्सालय में व्याप्त अनियमित्ताओं से जहाॅ एक ओर उपचार हेतु आने वाले आम जनमानस को परेशानी हो रही है तथा उनको यथोचित स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इस प्रकार चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। जाॅच आख्याओं को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. भारती राणा ने डाॅ. जोशी को भवाली चिकित्सालय से हटा दिया है।