नई दिल्ली (हि.स.)। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस शासित प्रदेशों को ‘रोल मॉडल’ बनाने की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने आवास पर मुलाकात की।
कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर हुई इस बैठक में अमरिंदर सिंह (पंजाब), अशोक गहलोत (राजस्थान), कमलनाथ (मध्य प्रदेश), भूपेश बघेल (छत्तीसगढ़) और वी नारायणसामी (पुडुचेरी) ने भाग लिया। इसके अलावा इन राज्यों के कांग्रेस प्रभारियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। केवल छत्तीसगढ़ के प्रभारी मोहन मारकम बैठक में उपस्थित नहीं रहे। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, ए.के. एंटनी, के सी वेणुगोपाल और अहमद पटेल भी मौजूद रहे।
बैठक के बाद कांग्रेस की ओर से जारी एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में सोनिया गांधी ने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में किए गए वादों को कार्यान्वयन के लिए एक प्रभावी प्रणाली बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा कांग्रेस शामसित राज्य सरकारों की ठोस और उत्कृष्ट उपलब्धियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में पार्टी संगठन और इन राज्यों की सरकारों के बीच प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई प्रणालियों का विवरण रखा गया।
वक्तव्य में कहा गया है कि कांग्रेस सरकारों को अपने राज्यों में केंद्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में केन्द्र की पैदा की गई अड़चनों के चलते दिक्कतें आ रही हैं। इस समस्या से निपटने के लिए एक प्रभावी रणनीति की जरूरत है, जिसमें भाजपा की सच्चाई लोगों के सामने उजागर करना भी शामिल है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने संबंधित राज्य सरकारों से कहा कि वे लोक शिकायत को दूर करने के लिए पीसीसी कार्यालयों में बैठने के लिए रोस्टर के आधार पर मंत्रियों को नियमित रूप से कार्य सौंपें।
हिन्दुस्थान समाचार