देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून स्थित आईआरडीटी (IRDT) सभागार में राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित सर्वभाषा कवि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 22 सालों में उत्तराखण्ड विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कविता को आत्मा की अभिव्यक्ति तथा दिल से निकली आवाज बताते हुए कहा कि जिसका दिल साफ होगा और मन में दया, पीड़ा होगी वही कविता लिख सकता है।
राज्य स्थापना के बाद पहली बार भाषा विभाग द्वारा सर्वभाषा कवि सम्मेलन का आयोजन सराहनीय पहल है। मुख्यमंत्री ने राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि विविधता में एकता हमारी पहचान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार और आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन, कृषि, बागवानी के क्षेत्र में अनेक योजनायें बनायी गयी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 6 हजार एकड़ में लैंड बैंक बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक निवेशक राज्य में उद्योगों की स्थापना के प्रति आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की आर्थिकी को भी मजबूती देने के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने माणा में देशवासियों से अपनी यात्रा व्यय का 5% धनराशि स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही है, इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं विपणन को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में बुद्धिनाथ मिश्र, डॉ. अतुल शर्मा, अफजल मंगलौरी, अम्बर खरबन्दा, प्रेम साहिल समेत विभिन्न कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी।