देहरादून। मोहनपुर, गणेशपुर और सेलाकुई बिजलीघर का कुल दायरा शिमला बाईपास से लेकर मेंहुवाला, उम्मेदपुर, सिंहनीवाला तक है। ये काफी बड़ा और छितरा हुआ इलाका है। जेई ने अपने काम को कुछ इस तरह से बांटने का प्रयास किया है कि वह सभी बिजलीघरों में उपलब्ध रह सके। लेकिन इससे आम उपभोक्ताओं को कोई फायदा नहीं हो रहा। वर्कलोड इतना अधिक है कि रोजाना नए कनेक्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में आवेदन आते हैं। इसके अलावा किसी का मीटर फूंक गया। नई लाइन के लिए सर्वे रिपोर्ट तैयार होनी है। नया कनेक्शन लगना है, मीटर जारी होने हैं, बिलों की गड़बड़ी जांचनी है। हर बात के लिए जेई की रिपोर्ट चाहिए। इसके अलावा कहीं शटडाउन या ब्रेकडाउन है तो जेई को मौके पर रहकर लाइन को ठीक करवाना होता है। स्थानीय निवासी वीरू बिष्ट के अनुसार, यूपीसीएल ने बहादराबाद से एक जेई को ट्रांसफर सेलाकुई के लिए किया है। लेकिन बताया जाता है कि उक्त जेई ने आदेश मिलने के 15 दिन बाद अभी तक बिजलीघर में तैनाती नहीं दी है। लिहाजा हर दिन स्थिति खराब होती जा रही है। इससे यूपीसीएल की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। जेई की कमी के कारण सामान्य कामकाज में दिक्कत है। इससे प्रबंधन को अवगत करा दिया गया है। फिर भी हम उपलब्ध संसाधनों से लोगों की शिकायतों का लगातार निस्तारण कर रहे हैं। सुधीर कुमार ईई, मोहनपुर डिवीजन।