देहरादून। प्रज्ञा प्रवाह की क्षेत्रीय इकाइयों देवभूमि विचार मंच, प्रज्ञा परिषद व मेरठ की इकाई भारतीय प्रज्ञान परिषद महिला समन्वय के संयुक्त तत्वावधान में आत्मनिर्भर भारत व महिलाओं की भूमिका पर शनिवार को बेविनार व्याख्यान का आयोजन किया गया।
डॉ मनीषा शर्मा ने आत्मनिर्भर भारत के व्यख्यान में बताया कि स्वदेशी की सोच लोकल व वोकल पर कार्य करना है । महिलाओं को स्वयं निर्णय लेते हुए विज्ञान व तकनीक में आगे आना है। स्किल, एजुकेशन, पालिसी व रिसर्च व डेवलपमेंट पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
डॉ पूनम तिवारी ने कहा कि प्रत्येक लघु उद्योग की धुरी महिला ही रही है। डॉ वंदना रूहला ने वर्तमान पीढ़ी को उन्नत भारत से जोड़ने की बात की। डॉ अमिता अग्रवाल ने इस श्रृंखला को आगें बढ़ाने की बात कही ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अनिता तोमर ने की। क्षेत्र की समन्वयक डॉ अञ्जलि वर्मा ने बताया कि महिलाओं के योगदान को देखते हुए एक श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा । कार्यक्रम में डॉ सुषमा भट्ट डॉ निशा वर्मा , डॉ वंदना ,डॉ पल्लवी डॉ दीपा शर्मा ,डॉ अनिता चौहान , डर चित्रा सिंह, डॉ नीतू वशिष्ठ, डॉ किरण नौटियाल , डॉ तृप्ति दीक्षित, श्रीमती एकता त्रिपाठी उपस्थित थे।