कोटद्वार। वरिष्ठ समाजसेवी, पूर्व सप्लाई इंस्पेक्टर राम सिंह रावत का 104 वर्ष की आयु मेंं कोटद्वार के बी.ई.एल काॅलोनी मेंं निधन हो गया। मूल रुप से पोखरी गांव के सतपुली निवासी राम सिंह रावत 1977 मेंं सप्लाई इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए और उसके बाद सामाजिक गतिविधियों मेंं सक्रिय रहे। पहाड़ से उनका गहरा लगाव रहा।
आध्यात्मिक गुरु एवं देश के जाने माने ज्योतिषाचार्य डॉ पवन सिन्हा ने कहा कि आध्यात्म, योग व प्रणायाम राम सिंह बाबूजी के जीवन के अभिन्न अंग रहे और यही कारण रहा कि उन्होंंने अपना इतना लम्बा जीवन शांति व स्वस्थ रहकर जिये।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व उद्योगपति धीरेन्द्र सिंह चौहान ने भी राम सिंह रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जीवन हम सबके लिये प्रेरणा के स्रोत राम सिंह रावत के तीन पुत्र व एक बेटी हैं। राम सिंह रावत के पौत्र आशीष रावत ने बताया कि उनके दादाजी गांव-पहाड की समस्याओं के लिये सदैव सक्रिय रहते थे एवं गांव के लोगों को पढ़ ने लिखने के लिये सदैव प्रोत्साहित करते रहते थे तथा स्वयं पढाते भी थे ।
स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संघर्षवाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित ने कहा कि राम सिंह जी सही मायनोंं मेंं स्वदेशी के ध्वजवाहक थे तथा उन्का जीवन व जीवनशैली हम सभी के लिये प्रेरणादायक है। स्वदेशी जागरण मंच के क्रांती कुकरेती, नरेंद्र सिंह, महरबान सिंह रावत, कृष्णा नेगी, अनिल बिन्जोला, प्रमोद अग्रवाल, पूर्णिमा बर्थवाल, विजय बिष्ट आदि ने राम सिंह रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।