हल्द्वानी। काठगोदाम में पिथौरागढ़ डिपो की रोडवेज बस पर पथराव कर दिया गया। एकाएक हुए हमले से यात्रियों में हड़कंप मच गया। दर्जन भर से अधिक युवकों ने बस के शीशे चकनाचूर कर दिए। इस बीच चालक ने जैसे-तैसे भागकर जान बचाई। इस मामले में चालक-परिचालक की ओर से पुलिस को तहरीर सौंपी जा रही है।
पिथौरागढ़ डिपो की बस यूके 07पीए-3198 दिल्ली से लौटते वक्त शनिवार की देर रात ईंधन भराने के लिए काठगोदाम डिपो पहुंची। चालक पंकज पांडे ईंधन भरा कर जैसे ही डिपो गेट के पास पहुंचा तो तभी बाइकों पर सवार करीब 15-16 लड़के सड़क पर खड़े हो गए। चालक पंकज ने युवकों ने हटने का काफी अनुरोध किया लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने ईंट-पत्थरों से बस पर हमला कर दिया। इससे बस में बैठे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। चालक पंकज ने जैसे-तैसे युवकों के चंगुल से भागकर जान बचाई। रोडवेज बस को खासा नुकसान पहुंचा है। इस बस के यात्रियों को डिपो की ही दूसरी बस में बैठाया गया। इस मामले में पुलिस को तहरीर सौंपी जा रही है। चालक पंकज ने बताया कि जब वह तेल भराकर डिपो गेट से हाइवे पर मुडने लगा तभी बाइकों पर सवार युवक सड़क पर खड़े हो गए। उनसे रास्ता देने का अनुरोध किया गया लेकिन वे नहीं मानी। नशे में धुत युवकों ने उसकी एक न सुनी, वे एकाएक बस पर पथराव करने लगे। उसने डिपो में खड़ी अन्य बसों में छिपकर जान बचाई। पथराव में एक महिला यात्री भी चोटिल हुई। उत्तराखंड परिवहन निगम के कुमाऊं रीजन का कार्यालय घटनास्थल के पास ही है। हालांकि घटना रात को हुई लेकिन रविवार दिन तक आरएम संचालन को मामले की जानकारी ही नहीं थी। काठगोदाम डिपो के एआरएम से फोन पर घटना के बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि इस बारे में इंचार्ज ही बताएंगे। दोपहर तक रीजन के किसी भी अधिकारी ने पिथौरागढ़ डिपो के चालक-परिचालक की सुध नहीं ली। नियमानुसार रोडवेज के आलाधिकारियों की ओर से कड़ा कदम उठाया जाना चाहिए था। इधर काठगोदाम इंचार्ज ने बताया कि चालक की ओर से ही तहरीर दी जानी है।