7 Jul 2025, Mon

हनीट्रैप मामला: श्वेता जैन भाजयुमो की महामंत्री रही थीं : दिग्विजय सिंह

-भाजपा ने किया खंडन, कहा-किसी भी एजेंसी से मामले की जांच करा लें
इंदौर/भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में सामने आए हनीट्रैप मामले में जमकर राजनीति हो रही है। सत्तापक्ष कांग्रेस और विपक्षी पार्टी भाजपा के नेता एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इंदौर में रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि हनीट्रैप मामले की मुख्य आरोपित श्वेता विजय जैन भाजपा युवा मोर्चा का महामंत्री रही हैं। भाजपा ने इसका खंडन किया है, साथ ही सरकार से मामले की जांच कराने की बात कही है।

दिग्विजय सिंह रविवार को मंदसौर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने इंदौर में मीडिया से बातचीत करते हुए हनीट्रैप मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा में जब जीता जिराती प्रदेश अध्यक्ष थे, तब श्वेता जैन मोर्चा की महामंत्री थीं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के एक कलाकार भाजपा नेता सागर में श्वेता जैन के पति की दुकान का उद्घाटन करने आए थे। मीडिया को यह पता लगाना चाहिए कि महाराष्ट्र के उस भाजपा नेता से श्वेता जैन का क्या संबंध था।

इधर, दिग्विजय सिंह के आरोपों का भाजपा नेता और भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जीतू जिराती ने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि मैं जिस समय मोर्चा का अध्यक्ष था, उस समय मोर्चा में श्वेता जैन नाम की कोई महामंत्री नहीं थीं। उन्होंने कहा कि इस मामले में कमलनाथ सरकार किसी भी एजेंसी से जांच करवा सकती है। उन्होंने मांग की कि सरकार मामले की निष्पक्ष जांच कराए और जो भी अपराधी हैं उनके नाम सार्वजनिक करे।

छतरपुर से बैरंग लौटी क्राइम ब्रांच की टीम
इस हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार आरोपित छतरपुर निवासी आरती दयाल के राज जानने के लिए शनिवार को इंदौर क्राइम ब्रांच के तीन अधिकारी छतरपुर में उसके पिता के घर पहुंचे थे, लेकिन उसके घर पर कोई नहीं मिला। एडीशनल एसपी जयराज कुबेर ने बताया कि अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही आरती दयाल के परिजन घर छोड़कर फरार हो गए थे, इसलिए अधिकारियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने भी क्राइम ब्रांच टीम की कोई मदद नहीं की।

उल्लेखनीय है कि इंदौर में नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह को ब्लैकमेल करने के आरोप में क्राइम ब्रांच और पलासिया थाना पुलिस ने आरती दयाल समेत पांच महिलाओं और ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है, जबकि दो महिलाएं आरती दयाल, मोनिका यादव और ड्राइवर रिमांड पर है, जिनसे पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है।

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