29 Jun 2025, Sun

देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ। विधानसभा सत्र के पहले दिन विश्व विख्यात पर्यावरणविद्, पदम विभूषण एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता स्व. सुंदरलाल बहुगुणा को सदन की गैलरी में माननीय सदस्यों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। सदन में प्रवेश करते वक्त उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री गणों एवं विधायकों द्वारा स्व. बहुगुणा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेता प्रतिपक्ष रही स्व.इंदिरा हृदयेश, गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत, हरिद्वार के पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक बच्ची सिंह रावत को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा सत्र कल 11:00 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि कल 11:00 बजे फिर से सदन की कार्यवाही शुरू की जाएगी। उन्होंने सभी मंत्रियों को पूरी तैयारी से आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सत्र को चलाने की जिम्मेदारी विपक्ष की भी है अगर विपक्ष अपनी जिम्मेदारी निभा आएगा तो सत्र को ठीक ढंग से चलाया जाएगा सरकार की मंशा है कि सत्र पूरा चले।

उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर विधायकों के बैठने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

 इस अवसर पर कल्याण सिंह के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, यतिश्वरानंद, बंशीधर भगत, अरविंद पांडे, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायक देशराज कर्णवाल, संजय गुप्ता, राजकुमार ठुकराल सहित अन्य ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

 इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा कि कल्याण सिंह  के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया। उन्होंने कहा बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ। राष्ट्र व श्रीराम की सेवा के पुनीत कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद किए जाएंगे।श्री अग्रवाल ने कहा कि बाबूजी के निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असंभव है। इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कल्याण सिंह के साथ जुड़े उनके संस्मरण भी साझा किए।

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