देहरादून। गुजरात के सूरत से हरिद्वार पहुंची श्रमिक एक्सपेै्रस से लापता हुए 167 यात्रियों को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए कहा है कि लापता यात्री अगर खुद सामने नहीं आते तो उनके खिलाफ जान से मारने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
मामला 12 मई का है जब श्रमिक एक्सपै्रस से 167 यात्री गायब मिले थे। गुजरात के सूरत से यह श्रमिक एक्सपै्रस कुल 1340 यात्रियों को लेकर चली थी लेकिन जब टे्रन हरिद्वार पहुंची तो यात्रियों की गिनती करने पर वहां 1173 यात्री ही पाये गये। सवाल यह है कि 167 यात्री रास्ते से ही कहां गायब हो गये? जबकि यह टे्रन एक स्टेशन से चलकर अपने गंतव्य स्टेशन पर ही रूकती है। सूत्रों से जानकारी यह भी मिली है कि सहारनपुर के टपरी स्टेशन पर यह टे्रन धीमी हुई थी हो सकता है कि कुछ लोग यहीं टे्रन से उतर गये हो लेकिन बिना किसी जांच के गायब हुए 167 यात्रियों में अगर एक दो भी कोरोना पीड़ित हुआ तो वह अनेक लोगों को बीमार कर सकता है। यही कारण है कि जिलाधिकारी हरिद्वार ने इसे गम्भीरता से लेते हुए कहा है कि या तो गायब यात्री स्वयं ही वापस आ जाये अन्यथा गम्भीर धाराओं में उन पर मुकदमा दर्ज होगा। डीएम ने सूरत से इस टे्रन के सभी यात्रियों की आईडी भी मंगवा ली है अगर वह सामने नहीं आते तो उन पर शीघ्र मुकदमा दर्ज हो सकता है।