देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज बीजापुर हाउस में कोविड की स्थितियों को लेकर शासन के उच्च अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। बैठक में उन्होंने साफ निर्देश दिए कि कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर अधिकारी बराबर नजर रखें और टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट को ही सर्वोच्च प्राथमिकता में रख कर कार्य करें।
सरकार ने 15 अप्रैल को जारी एसओपी में विवाह समारोहों सहित अन्य आयोजनों में लोगों के एकत्रित होने की अधिकतम सीमा 200 तय की थी। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब इस फैसले को सरकार ने बदल दिया है। शादियों में लोगों की अनुमन्य संख्या को 200 से घटाकर 100 करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कोविड की दवाओं की कालाबाजारी पर लाइसेंस निरस्त करने, अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने के साथ ही जिन जिलों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी तैनात करने तथा फिलहाल चारधाम यात्रा और हेमकुण्ड साहिब की यात्रा पर आने वालों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी करने और कोविड के कारण प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है इसकी कार्ययोजना भी तत्काल बनानेे के निर्देश दिए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर सख्ती बरतने, बिना मास्क के घूमने वालों पर जुर्माने की राशि को 200 से बढ़ाकर 500 रूपए करने, रात्रि कर्फ्यू को भी सख्ती से लागू करने तथा शादियों में लोगों की अनुमन्य संख्या को 200 से घटाकर 100 करने के भी निर्देश दिए।
वहीं, सीएम ने कहा कि कोविड 19 के उपचार से संबंधित दवाइयों की ब्लैक मार्केटिंग कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार की टेस्ट , ट्रैक और ट्रीट ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को होम आइसोलेशन में कोविड किट तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को 24 घंटे कोविड केयर सेंटर और अस्पतालों की व्यवस्था पर ध्यान देने के भी निर्देश दिए।