सीएम आवास कूच

देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, किसानों की समस्या तथा हरिद्वार कुम्भ में हुए‌ कोविड टेस्ट महा घोटाले को लेकर प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री आवास कूच किया। कांग्रेस ने सरकार के इस्तीफे की मांग की तथा आप कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड में फ्री बिजली देने की मांग कर डाली। भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार देते हुए कांग्रेस ने भाजपा ने पांच सालों में सिर्फ मुख्यमंत्री ही बदलने का तथा आप कार्यकर्ताओं ने सरकार पर झूठे वादे करने का आरोप जड़ा।

प्रदर्शनकारियों ने चिंता जताई कि प्रदेश के सभी पर्वतीय जिलों में ग्रामीण मूलभूत सविधाओं के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। बिजली,पानी,सड़क,शिक्षा,स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को  कई-कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। शनिवार को राजीव भवन में कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में एकत्रित हुए। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की मौजूदी में कार्यकर्ता सीएम आवास कूच को निकले। आक्रोश रैली एस्लेहॉल चैक, राजपुर रोड, दिलाराम चैक होते हुए हाथीबड़कला पहुंची।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली के लिए दौरान सरकार के  खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला पर रोक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस बल के बीच सीएम आवास तक जाने को लेकर तीख नोंक-झोक भी हुई। नारजा कांग्रेसी कार्यकर्ता हाथीबड़कला चैक पर ही धरने पर बैठ गए। देहरादून में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह चोटिल हो गए हैं। सीएम आवास कूच कर रहे कांग्रेस के कार्यकर्ता जब न्यू कैंट रोड स्थित हाथीबड़कला पहुंचे तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग कर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.बैरिकेडिंग से उतरते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह चोटिल हो गए। जिसके बाद कांग्रेसी नेता प्रीतम सिंह को लेकर हरिद्वार रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने एक्स-रे और अन्य जांचें करवाई। अस्पताल में मौजूद अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ हरीश कोहली ने उनके दाहिने हाथ का उपचार करते हुए उन्हें 3 दिन आराम करने की सलाह दी है।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है। कहा कि हरिद्वार कुंभ में कोरोना फर्जी जांच मामला सबसे बड़ा उदाहरण है। पेट्रोल,डीजल सहित रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी पर नाराजगी जताते हुए यादव ने कहा सरकार महंगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने चिंता जताई कि तीर्थ-पुरोहित पिछले कई दिनों से चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड को कैंसिल करने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार की ओर से उनकी सुध नहीं ली जा रही है।

उत्तराखंड में मुफ्त बिजली की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया। भारी संख्या में आप कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास कूच के दौरान सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। पुलिस बल के साथ तीखी बहस और धक्का-मुक्की के बाद प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर,  कर्नल अजय कोठियाल सहित कई आप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। आप कार्यकर्ताओं ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं।   भारी संख्या में आप कार्यकर्ता सीएम आवास कूच को निकले, लेकिन उनको पुलिस फोर्स ने हाथीबड़कला चैक के पास रोक दिया। रोके जाने से नाराज आप कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन करते हुए आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में जनता कांग्रेस और भाजपा सरकारों के झूठे वादों से परेशान हो चुकी है। कहा कि विकास के नाम पर उत्तराखंड में पिछले 20 सालों में कुछ भी नहीं हुआ है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार ने 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने का झूठा वादा किया है और अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पलट गए हैं।

प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर, वरिष्ठ नेता रविंद्र जुगरान, प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया, रविंद्र आनंद, संजय भट्ट समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पुलिस से  उलझते रहे।  प्रदर्शनकारियों की भीड़ को देखते हुए देहरादून पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था। कार्यकर्ताओं और पुलिस बल के बीच जमकर धक्क-मुक्की हुई। आप कार्यकर्ता सीएम आवास जाने की जिद करते रहे लेकिन मौके पर तैनात भारी पुलिसबल ने उनकी एक न सुनी और प्रदर्शनकारियों को आगे जाने से रोक दिया गया। प्रदर्शन के दौरान, हाथीबड़कला, कैंट रोड,राजपुर रोड और आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम लग गया। पुलिस को ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।