देहरादून। उत्तराखंड में लंबे समय बाद लोक सेवा आयोग ने पीसीएस परीक्षा के लिए अधिसूचना जारी की है। आयोग ने विभिन्न विभागों में 224 पदों के लिए आवेदन मांगे हैं।
उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश में अब तक मात्र 5 पीसीएस परीक्षाएं ही आयोग द्वारा कराई गई है। यह परीक्षा छठी है आयोग की लचर कार्यप्रणाली तथा न्यायालयों में मामले लंबित होने के कारण प्रदेश में पीसीएस परीक्षा समय पर आयोजित नहीं हो पाती है, जिसका खामियाजा राज्य के युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। सरकारें चाहे कितने भी दावे कर ले लेकिन लोक सेवा आयोग ने अब तक निर्धारित समय पर परीक्षाएं संपन्न नहीं कराई गई हैं। इसको लेकर कई बार आवाज उठाई गई है। जबकि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में हर साल पीसीएस की परीक्षा होती है।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की अधिसूचना के अनुसार पुलिस उपाधीक्षक के 10, वित्त अधिकारी के 18, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के 11, सहायक निदेशक उद्योग के 17, जिला पूर्ति अधिकारी के चार, उप संभागीय विपणन अधिकारी के तीन, खंड विकास अधिकारी के 28, सहायक निबंधक के सात, सहायक श्रमायुक्त के दो, सहायक निदेशक कारखाना के चार, सहायक गन्ना आयुक्त के एक, उप शिक्षा अधिकारी स्टाफ ऑफिसर के 31, सहायक निदेशक मत्स्य के तीन, जिला पर्यटन विकास अधिकारी के एक, प्रचार अधिकारी के एक, सहायक निदेशक कृषि के तीन, सहायक निदेशक सांख्यिकी के एक, सहायक निदेशक कृषि एवं भूमि संरक्षण के एक, सहायक निदेशक रसायन के दो, सहायक निदेशक उद्यान के दो, उद्यान विकास अधिकारी के 20, पौध सुरक्षा अधिकारी के तीन, मशरूम विकास अधिकारी के दो, सहायक निदेशक रसायन उद्यान विभाग के एक, सहायक निदेशक वनस्पति विज्ञान के चार, सांख्यिकी अधिकारी उद्यान के एक, सूचना अधिकारी के 12, परिवहन कर अधिकारी के पांच और बाल विकास परियोजना अधिकारी के 19 पदों पर भर्ती की जाएगी।
पीसीएस परीक्षा की भर्ती के लिए 30 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं और फीस जमा कराने की अंतिम तिथि भी यही है। भर्ती आवेदन के लिए सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस को 176.55 रुपये शुल्क देना होगा जबकि एससी, एसटी के लिए यह शुल्क 86.55 रुपये है। शारीरिक दिव्यांग उम्मीदवारों को 26.55 रुपये शुल्क देना होगा। भर्ती के लिए प्री परीक्षा अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल, हल्द्वानी, रुद्रपुर, खटीमा, बागेश्वर, पौड़ी, श्रीनगर, कोटद्वार, गोपेश्वर, नई टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और रुड़की में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।