देहरादून। उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में आज पुष्कर सिंह धामी में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजभवन में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में पुष्कर सिंह धामी के साथ कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली। मंत्रिमंडल में कोई परिवर्तन नहीं किया गया लिहाजा के दो राज्य मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ी टोपी पहन कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान हुए पूरे जोश और ऊर्जावान दिख रहे थे।  कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, विशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडे, गणेश जोशी, डा धन सिंह रावत, रेखा आर्य, राज्य मंत्री यतीश्वरानंद ने भी शपथ ली।

पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक सफर

पुष्कर धामी उत्तराखण्ड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बन गये। छात्र राजनीति से अपनी पारी शुरू कर वे आज प्रदेश के मुख्यिा बने हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति की शुरूआत कर निरंतर राजनीति सफर में आगे बढ़ते गए। सैन्य परिवार की पृष्ठभूमि से होने के कारण धामी ने राष्ट्रीयता, सेवा भाव व देश भक्ति को अपनाया। सरकारी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण कर नब्बे के दशक में छात्र राजनीति शुरू की। वर्ष 1990 व 1999 तक एबीवीपी में विभिन्न पदों पर सक्रिय रहे। लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र के हित के मुद्दों को लेकर संघर्ष किया। राज्य गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के 2002 सलाहकार के रूप में काम किया। दो बार भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2002 से 2008 तक छह वर्षों तक लगातार पूरे प्रदेश में जगह-जगह बेरोजगारों को संगठित किया। जिससे प्रदेश के युवाओं को उद्योगों में 70 प्रतिशत रोजगार का आरक्षण का लाभ मिला। 2010 से 2012 तक भाजपा सरकार में शहरी विकास अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष रहे। पहली बार 2012 में पार्टी से टिकट मिलने पर विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। लगातार दो बार खटीमा से विधायक हैं।