देहरादून। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर के लिए देशभर में प्रत्येक हिन्दू से सहयोग लिया जायेगा। विश्व हिन्दू परिषद इसके लिए 15 जनवरी से 27 फरवरी तक देशव्यापी श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान चलायेगा। विहिप के कार्यकर्ता एवं साधू-संत अभियान के तहत घर-घर जायेंगे। यह बात आज विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि को पुनः प्राप्त कर देश के सम्मान की रक्षा के लिए हिन्दू समाज ने पांच सदियों तक संघर्ष किया। राममंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही है। मुम्बई, दिल्ली, चेन्नई तथा गुवाहाटी के आईआईटी, सीबीआरआई, रूड़की, लार्सन एण्ड टूब्रो तथा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं। बहुत शीघ्र नींव का प्रारूप समाने आ जायेगा। पत्थरों से बनने वाले राममंदिर की ऊँचाई 20 फीट, लम्बाई 360 फीट तथा चैड़ाई 235 फीट है।
श्री तिवारी ने कहा कि देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनी है। देश की कम से कम आधी जनसंख्या को घर-घर जाकर श्रीराम जन्मभूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा। कश्मीर से कन्याकुमारी तथा अटक से कटक तक देश का कोई कोना नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के प्रत्येक नगर, गाँव व बस्ती के हर हिन्दू परिवार तक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति उत्तराखण्ड के कार्यकर्ता पहंुच कर राम मंदिर का सहित्य देंग तथा उनका सहयोग देंगे।
उन्होंने कहा कि जनसम्पर्क अभियान में हजारों कार्यकर्ता जुटेंगे तथा समाज स्वेच्छा से सहयोग करेगा। आर्थिक सहयोग लेने व धन संग्रह के लिए 10, 100 तथा 1000 रूपये की कूपन व रसीदें छापी गयी हैं।
पत्रकार वार्ता में रणदीप पोखरिया ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निर्धि समर्पण समिति उत्तराखण्ड के मंत्री ने समिति की अधिकारिक घोषणा की। पत्रकार वार्ता में विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष रविदेव आनन्द, सह प्रान्त संगठन मंत्री अजय, संघ के सह प्रान्त प्रचार प्रमुख संजय कुमार तथा समिति के प्रान्त प्रचार प्रमुख हिमांशु अग्रवाल उपस्थित रहे।