देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस बात पर हैरानगी जताई है जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेन्द रावत आज तक भी निरंतर यह दावा करने से इतरा नहीं रहे हैं कि राज्य में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है ।जबकि तथ्य यह है कि कोरोना ने आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि राज्य में 10 लोगों की मौत का दावा तो स्वयं सरकारी आंकड़े स्वीकार कर चुके हैं और राज्य के तमाम प्रचार तंत्र भी इस तरह की समाचार जनता को दे चुके है।
प्रीतम सिंह ने इस बात पर एतराज जताते हुए कहा कि यह बड़े खेद का विषय है की मुख्यमंत्री राज्य के लोगों की कोरोना से हो रही मौतों को छुपाने में अपनी बड़ी वाहवाही समझ रहे हैं ।जबकि असलियत यह है कि दिन- प्रतिदिन कोरोना से पीड़ित लोगों के मरने का सिलसिला, राज्य सरकार की लोगों को बचाने में विफलता को, स्पष्ट दर्शा रहा है और बजाए मुख्यमंत्री लोगों के जीवन की रक्षा करते उल्टा मृतकों की संख्या को छुपाने में लगे है।
उन्होंने कहा कि सत्य होता है और तथ्यों को छुपाने से वह असत्य नहीं हो जाता। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना से मारे गए मृतकों के परिवारों को 100000 की राशि दिए जाने को भी नाकाफी बताया और कहा कि सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने दुखी होकर कहा की मनुष्य के अति कीमती जीवन की कीमत को ,उत्तराखंड की सरकार ने बहुत सस्ता कर दिया है और यह बहुत ही दुख की बात है। उन्होंने कहा कि उन्होंने1000000 रुपए प्रति व्यक्ति मृतक के परिवार को दिए जाने की बात उठाई है और उनका मुख्यमंत्री से कहना है इस पर तत्काल क्रियान्वयन होना चाहिए। उन्होंने ग्राम प्रधानों तक को भी अब तक भी कोई सहायता राशि ना पहुंचने पर भी नाराजगी जाहिर की है।