रैणी/तपोवन/देहरादून।  उत्तराखंड के रैणी गांव के ऊपर स्थित ग्लेशियर के टूटने के कारण आए जलप्रलय के कारण रैणी गांव के ऊपर ऋषिगंगा के मुहाने पर एक झील का निर्माण हो गया है। अच्छी बात यह है कि इस झील से पानी की निकासी बराबर होती जा रही है। गुरुवार को केंद्रीय  हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर के प्रोफेसर ने भी मौके का दौरा कर झील बनने की पुष्टि की है।
शुक्रवार को नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखंड पुलिस ने इस बात की जानकारी दी।  उन्होंने बताया कि तपोवन के पास रैणी गाँव के ऊपर बनी झील के पास एसडीआरएफ की टीम पहुंंची, जहां झील बनी देखी गई है, जिसकी लंबाई लगभग 350 मीटर प्रतीत हो रही है। एसडीआरएफ की टीम के वापस आने पर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।