देहरादून। योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा एवं विज्ञान भारती, उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में व्याख्यान माला-  विज्ञान संवाद के अंतर्गत “सौरमंडल का सफर” विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि प्रो0 सुरेखा डंगवाल, कुलपति दून विश्वविद्यालय, कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो0 एन0एस0 भंडारी, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय एवं मुख्य वक्ता डॉ अरविंद रानाडे, वरिष्ठ वैज्ञानिक, विज्ञान प्रसार, भारत सरकार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ हेमवती नंनद पांडे, सचिव, देवभूमि विज्ञान समिति, उत्तराखंड ने व्याख्यान माला में उपस्थित सभी अतिथियों का परिचय तथा डॉ0 के0 डी0 पुरोहित, प्रदेश अध्यक्ष, विज्ञान भारती उत्तराखंड द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो0 सुरेखा डंगवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं वैज्ञानिकता के द्योतक वेद जिस बात को हज़ारों वर्ष पूर्व कह चुके हैं। आज आधुनिक विज्ञान उन्हीं की कसौटी पर खरा उतर रहा है। उन्होनें विज्ञान को वेदों एवं आधुनिक उन्नति से जोड़ने की बात कही। मुख्य वक्ता, वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ0 अरविंद रानाडे ने हमारी आकाशगंगा एवं सरमण्डल का वैज्ञानिक निरूपण किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं कुलपति प्रो0 भंडारी ने कहा कि योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा एवं विज्ञान भारती उत्तराखंड की संयुक्त पहल से आयोजित कार्यक्रम व्याख्यान माला : विज्ञान संवाद कार्यक्रम वर्तमान समाज में विशेषकर बच्चों एवं युवाओं में विज्ञान के प्रति रुचि एवं लोकप्रियता को बढ़ावा देगा। कार्यक्रम का संचालन रजनीश जोशी ने किया। इस अवसर पर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डॉ विपिन चंद्र जोशी, कार्यक्रम के आयोजक सचिव एवं योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चन्द्र भट्ट, प्रो0 देवेंद्र बिष्ट, प्रो0 मधुलता नयाल, प्रो0 पी0डी0 भट्ट, विश्ववजीत वर्मा, गिरीश अधिकारी, लल्लन कुमार, दीपक सहित अनेक प्रतिभागी मौजूद रहे।