नई दिल्ली (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में विस्तृत जानकारी, उसके कामकाज के तरीके और भविष्य की भारत की कल्पना को एक पुस्तक के माध्यम से समाज में लाने का प्रयास किया जा रहा है। यह प्रयास संघ के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील अंबेकर कर रहे हैं, जिनकी ‘द आरएसएस- रोडमैप फॉर द 21 सेंचुरी’ का विमोचन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत करेंगे।
दिल्ली के अम्बेडर भवन में 1 अक्टूबर को पुस्तक का विमोचन किया जाएगा, जिसका प्रकाशन ‘रूपा’ पब्लिकेशन द्वारा किया जा रहा है। इस पुस्तक में संघ की भारत और उसके भविष्य की कल्पना, हिन्दु राष्ट्र में मुसलमानों का स्थान, इतिहास लेखन की संघ परियोजना कितनी बड़ी, हिन्दुत्व के विचार में सिमटती जाति व्यवस्था, संघ की सामाजिक मुद्दों खासकर छोटे होते परिवारों और एलजीबीटी व ट्रांस्सजेंडर के बारे में राय संकलित की गई है।
प्रकाशन केे जारी वक्तव्य के अनुसार अंबेकर ने पुस्तक में भूत की उपलब्धि, वर्तमान की प्राप्ति और भविष्य का विचार प्रस्तुत किया है। इसके अलावा संघ की आंतरिक कार्यप्रणाली, संघ किस तरह से निर्णय लेता है, समन्वय का उसका तरीका और संघ में कैसे कार्यकर्ता खुद को अभिव्यक्त करता है, के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
पुस्तक के लेखक सुनील अंबेकर संघ के वरिष्ठ प्रचारक और 2003 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हैं। सुनील अम्बेकर महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र से हैं। जीव विज्ञान में कोशिका विज्ञान में विशेषज्ञता के साथ विज्ञान से स्नातकोत्तर किया है।
हिन्दुस्थान समाचार