राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मूल में सेवा भाव ही प्रमुख रहा हैं। गणतंत्र दिवस पर स्वयंसेवकों की परेड हो या 1962 के युद्ध में सीमा पर सैनिकों का सहयोग या फिर समय-समय पर दैवीय आपदाओं में स्वयंसेवकों की सहभागिता हमें यही संदेश देता है,कि संघ सम या विषम परिस्थितियों में सेवा हेतु सदैव तत्पर रहता है…..

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारतीय सनातन संस्कृति और परम्परा का प्रतीक महाकुंभ हरिद्वार 2021 में नेत्र कुंभ और पॉलिथीन मुक्त, पर्यावरण युक्त जैसे बड़े अभियान चलाने के बाद अब स्वयंसेवकों की मदद से कुंभ में शाही स्नानों के मध्यनजर यातायात व्यवस्था में शासन-प्रशासन एवं मेला प्रशासन के सहयोग के लिए तत्पर है, इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों के मध्यस्थता में स्वयंसेवकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।

सरकार की अधिसूचना के साथ ही महाकुंभ-2021 में अखाड़ों और साधु-संतों की ओर से कुंभ की सभी परंपराओं को शुरू किया जा चुका है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुसांगिक संगठनों के द्वारा भी पर्यावरण व सेवा के कार्य शुरू कर दिए गए हैं। सक्षम की ओर से नेत्र कुंभ के जरिये सात स्थानों पर नि:शुल्क आंखों की जांच कर दवा एवं चश्मे वितरित किए जा रहे हैं। संघ की पर्यावरण गतिविधि द्वारा पॉलिथीन मुक्त और पर्यावरण युक्त कुंभ अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें श्रद्धालुओं से पॉलिथीन का प्रयोग न करने की अपील महाकुंभ में श्रद्धालुओं से की जा रही है।

संघ की पर्यावरण गतिविधि द्वारा महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करके उसे फेंकने की बजाय ईको ब्रिक बनाने का आह्वान किया जा रहा है। इसके लिए कुंभ क्षेत्र में जगह-जगह स्टॉल लगाकर श्रद्घालु कैसे ईको ब्रिक बनाकर कैसे हम अपने दैनिक उपयोग में ला सकते हैं,यह संदेश दिया जा रहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना काल से ही संघ मूल में सेवा भाव ही प्रमुख रहा हैं। आजादी के बाद लालकिले पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्वयंसेवकों की परेड में स्वयंसेवकों का सहभाग,1962 के युद्ध में सीमा पर सैनिकों का स्वयंसेवकों का सहयोग एवं दैवीय आपदाओं में संघ की सहभागिता हमें यह संदेश देता है,कि संघ सम या विषम परिस्थितियों में संघ का स्वयंसेवक सेवा हेतु सदैव तत्पर रहता है। वर्तमान महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु,संत समाज की सेवा के भाव से प्रशासन के सहयोग करते हुए यातायात व्यवस्था संभालने हेतु स्वयंसेवक कुंभ नगरी हरिद्वार में सेवा करने को तैयार हैं। जो आठ अप्रैल से पन्द्रह अप्रैल पूर्णकालिक रुप में अपनी सेवाएं देंगे।
पिछले लम्बे समय से वैश्विक महामारी में संघ के स्वयंसेवक कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी से पालन भी करवाते हुए धर्मनगरी मायापुरी हरिद्वार महाकुंभ में पुलिस प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर स्वच्छ कुम्भ,दिव्य कुम्भ,स्वस्थ कुंभ व व्यवस्थित कुंभ बनाने में मन,वचन कर्म से निस्वार्थ भाव से योगदान देंगे।

कमलकिशोर डुकलान, रुड़की हरिद्वार