श्रीनगर (हि.स.)। श्रीनगर में 5वें शुक्रवार को भी जुमे की नमाज़ के बाद हिंसक प्रदर्शनों की आशंका के चलते यहां की जामिया मस्जिद सहित कई बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा करने पर रोक लगाई गई है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह अपने गली-मोहल्ले की मस्जिदों में नमाज अदा करें। जुमे की नमाज के मद्देनज़र कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। श्रीनगर तथा इसके आसपास जहां पर जामिया मस्जिद स्थित है, उसके आसपास हिंसक प्रदर्शनों की आशंका के चलते बेरिकेटस और कंटीले तार लगा दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कश्मीर घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण है। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के कई संवेदनशील इलाकों में आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसी बीच जैसे जैसे दिन गुज़रता जाएगा और स्थिति शांतिपूर्ण रहेगी तो वैसे-वैसे प्रतिबंधों में ढील भी दी जाएगी। संवेदनशील इलाकों को छोड़कर बाकी स्थानों पर स्थिति में सुधार हुआ है और वहां पर लोगों की हलचल देखी जा रही है।
घाटी के जिला मुख्यालयों और कुछ अन्य शहरों में आंशिक दुकानें तथा रेहड़ी फड़ी वालों को सामान बेचते तथा लोगों की रोजाना की गतिविधियों में व्यस्त पाया गया। इसी बीच प्रशासन ने स्थानीय मस्जिदों में ही जुमे की नमाज अदा के लिए कहा है। श्रीनगर की जामिया मस्जिद और अन्य बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि सनत नगर, राजबाग, जवाहर नगर और बारजुल्लाह जैसे सिविल लाइन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही में कोई मनाही नहीं है। इन क्षेत्रों में केवल निजी वाहन चलते नजर आ रहे हैं।
गुरुवार को प्रशासन ने कश्मीर घाटी में 19 से अधिक टेलीफोन एक्सचेंज बहाल कर दिए जबकि कश्मीर घाटी में अभी तक मोबाइल फोन और इंटरनेट की बहाली नहीं हो पाई है।
हिन्दुस्थान समाचार
