देहरादून।‘‘रूर्बन मिशन योजना के अन्तर्गत रानीपोखरी कलस्टर के सभी 11 गावों को बनाया जाय आधुनिक सर्व सुलभ सुविधाओं से युक्त’’रूजिलाधिकारी
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि रानीपोखरी कलस्टर में सम्मिलित सभी 11 गाॅवों को अत्याधुनिक सुवधिाओं से विकसित करें। निर्देश दिये कि इन सभी गाॅवों में अत्याधुनिक और विभिन्न सुविधाओं से सुसज्जित सामुदायिक केन्द्र बनाया जाय, जहां पर हाट मार्केट, सार्वजनिक आयोजन स्थल , एटीएम सुविधा के साथ हीे स्थानीय स्तर के विभागीय कार्मिक यथा आशा, एएनएम, ग्रामसेवक आदि के कार्य करने के लिए भी स्थान हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि रानीपोखरी हाॅट बाजार में आकर्षक वेडिंग जोन बनाते हुए वहां पर पशुधन  नस्ल सुधार, जैविक कृषि, पाॅली हाउस, मधुमक्खी पालन,  मत्स्य पालन, बैक्यार्ड पोल्ट्री फार्म इत्यादि योजनाओं को भी इसमें सम्मिलित किया जाय। यह भी देखा जाय कि इन सभी गावों में आंगनबाड़ी भवन हो तथा  विद्यालयों में पेयजल, शौचालय, मिड् डे मील कीचन और बच्चों के लिए फर्नीचर इत्यादि सभी सुविधायें उपलब्ध हों। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया किया माध्यमिक विद्यालयों में बालिकाओं के लिए सेनटरी नैपकीन वेण्डिंग मशीन (इन्सीरेटर) उपलब्ध हों और प्राथमिक विद्यालयों की दशा-दिशा सुधारने हेतु इनोवेटिव प्रयास किये जाय। इस बात का भी आकलन किया जाय कि कोविड-19 महामारी के दौरान रानीपोखरी कलस्टर में सम्मिलित गांवों में कितने बाहर से प्रवासी गांव में आये और कितने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जुड़े।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि विभागीय बजट से संचालित योजनाओं में कोई क्रिटिकल गैप रहता हो तो उसकी फण्डिंग  रूर्बन मिशन से की जाय। सभी विभाग अपने-अपने कार्यों की गुणवत्ता बेहतर रखें तथा इनोवेटिव दृष्टिकोण के कार्य करें। साथ ही रूर्बन मिशन योजना की प्रत्येक माह समीक्षा बैठक करने के भी निर्देश दिये।
पेयजल निगम और जल संस्थान ने अवगत कराया कि रानीपोखरी कलस्टर क्षेत्र में पेयजल की जो कार्य योजना बनाई जा रही है उससे शत् प्रतिशत् पाईप्ड वाटर सप्लाई सुनिश्चित हो जायेगी। रूर्बन मिशन-योजना जनपद में रानीपोखरी कलस्टर नाम से संचालित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुविधायें विकसित कराना है, जबकि आत्मा गांव की बनी रहे। इस योजना से 12 विभाग जुड़े हुए हैं तथा 11 गांव योजना के तहत् आच्छादित हैं। इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, परियोजना निदेशक डीआरडीए विक्रम सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा पैन्यूली, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान मीसा सिंह, खण्ड विकास अधिकारी डोईवाला बी.एस नेगी सहित लोक निर्माण विभा, सिंचाई विभाग, आदि सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
डीएम ने ली गंगा सुरक्षा समिति की बैठक
देहरादून। जिला कार्यालय में जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों की विभागवार प्रगति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने आई.एंड.डी एवं 26 एम एलडी एसटीपी और सीवर लाईन बिछाने से जुड़े सभी कार्यों को निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये, जिसकी अद्यतन प्रगति की जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि 26 एमएलडी एसटीपी के कार्य पूर्ण, ट्रायल व टेस्टिंग की कार्यवाही गतिमान हैं तथा मायाकुण्ड एसपीएस की प्रगति 27 प्रतिशत्, स्वर्गाश्रम एवं बापूग्राम एस.पी.एस की भौतिक प्रगति 72 प्रतिशत् रही, जबकि मुख्य टेªक सीवर लाईन का कार्य 76 प्रतिशत् पूर्ण किया गया है।
समीक्षा के दौरान जल संस्थान अनुरक्षण शाखा गंगा सब डिविजन ऋषिकेश के कार्यों में संतोषजनक कार्य न होने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। बैठक मे ंटेªचिंग ग्राउण्ड के लिए चिन्हित वनभूमि लीज पर लेने हेतु अनापत्ति प्रमाण-पत्र  प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने गंगा नदी से सटे वार्डों में रोटेशन के आधार पर प्रत्येक सप्ताह स्वच्छता अभियान चलाये जाने के निर्देश दिये। गंगा सुरक्षा, त्रिवेणी घाट एवं गंगा की महत्ता की जागरूकता हेतु जिंगल गीत के प्रसारण के अलावा आस्था पथ पर गन्दगी का निस्तारण,  नियमित प्रकाश की व्यवस्था के साथ ही विभिन्न वार्डों के स्थान निर्धारित कर गंगा में गंदगी फैलाने वालों को हतोस्ताहित एवं सफाई हेतु प्रोत्साहित करने की रणनीति बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि गौमुख से गंगासागर तक अवस्थित नगरांे का विवरण प्रस्तुत करने सम्बन्धी दीवार लेखन के साथ ही गंगा के पौराणिक इतिहास के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने स्मृति वन में सार्वजनिक शौचालय निर्माण की प्रगति की भी जानकारी प्राप्त की इसके अलावा मृत पशुओं के अवशेष हेतु नगर निगम को स्थल चिन्हित करने के निर्देश दिये।
जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में देहरादून एवं ऋषिकेश में सीवरेज व्यवस्था की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जल निगम एवं जल संस्थान को आपसी समन्वय बनाकर अहस्तान्तरित सीवरेज योजनाओं के हस्तान्तरण की कार्यवाही तेजी ये चलाये जाने को कहा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का पानी सिंचाई तथा अन्य व्यवस्था में प्रयोग में लाये जाने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारी को दिये। उन्होंने उत्तराखण्ड  प्रदूषण बोर्ड को पर्यावरणीय नियमों को उल्लंघन करने वालों को नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिये। इसके अलावा लो.नि.वि को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिये। उन्होंने नदी नाले वाले क्षेत्र में अतिक्रमण करने वाले परिवारों के साथ बैठक करने के  अलावा 16 जुलाई को हरेला पर्व के अवसर पर नदी किनारें चम्पा, रात की रानी जैसे खुशबुयक्त पौधों के रोपण करने हेतु प्रभागीय वनाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिला गंगा सुरक्षा समिति की त्रैमासिक समाचार पत्र का प्रकाशन यथा समय करने को कहा। जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान, जिला विकास अधिकारी सुरेश मोहन डोभाल, नगर निगम ऋषिकेश के सहायक आयुक्त विनोद शाह समेत सिंचाई, जल निगम, जल संस्थान, प्रदूषण बोर्ड आदि अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।