नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेडिया कार्यक्रम ‘मन की बात’ में संबोधन कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद पीएम मोदी का यह पहला मन की बात कार्यक्रम है। दूसरी बार सरकार बनने के बाद मोदी का यह तीसरा कार्यक्रम है। 30 जून को हुए पहले कार्यक्रम में मोदी ने आपातकाल, पानी की समस्या और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चर्चा की थी। इस दौरान मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वे किताब पढ़ने की आदत डालें। उन्होंने कहा था कि जो लोग देश में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वे कभी अपने मकसद में कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने ये भी कहा था कि बम और गोलियों की ताकत से कहीं ज्यादा ताकत विकास में होती है। बता दें कि हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम के लिए देश के आम नागरिकों से विचार व सुझाव मांगे जाते हैं।

पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि हमें स्वामी विवेकानंद के भारत की कल्पना पर काम करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि देश में 29 अगस्त को फिट इंडिया में युवाओं को जुड़ने का आग्रह किया। इसके साथ ही कुपोषण मिशन से भी जुड़कर काम करने की अपील की है। गांधी जयंति पर पीएम मोदी ने प्लास्टिक पर अभियान चलाने की बात कही है।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकों से भारत को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए आंदोलन शुरू करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को मनाने के लिए त्योहार की घोषणा करते हुए देशवासियों से प्लास्टिक के खतरे से निपटने और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने के लिए जन आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा, भारत एक बड़े उत्सव की तैयारी में जुटा है और भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में भी उसकी चर्चा है। मैं बात कर रहा हूं महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की। ऐसे में समाज के सभी लोगों से अपील करता हूं कि इस साल की गांधी जयंती को भारत माता को प्लास्टिक मुक्त करके मनाएं। उन्होंने कहा, गांधी जयंती का दिन एक विशेष श्रमदान का उत्सव बन जाए। जून में प्रधानमंत्री के अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद यह उनका तीसरा रेडियो प्रसारण है।

उन्होंने कहा, पिछले कुछ सालों में हम 2 अक्टूबर से पहले लगभग दो सप्ताह तक देशभर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाते हैं। इस बार ये 11 सितंबर से शुरू होगा। मोदी ने इस दौरान लोगों से अपने आसपास सार्वजनिक स्थलों पर श्रमदान कर स्वच्छता का महाअभियान चलाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार गांधी जयंती पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन-आंदोलन की नींव रखेंगे।

मोदी ने कहा, महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में ऐसे समुदायों की सेवा की जो नस्लीय भेदभाव का खामियाजा भुगत रहे थे। उन्होंने चंपारण में किसानों की सेवा की, जिनके साथ भेदभाव किया जा रहा था। उन्होंने ऐसे मिल कर्मियों की सेवा की, जो कम वेतन पर काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने इस बार गांधी जयंती पर लोगों से गांधी के आदर्शों के अनुरूप सेवा कार्य करने की सलाह दी।

उन्होंने गांधी जयंती पर प्रत्येक देशवासी से कोई न कोई संकल्प लेने का आग्रह करते हुए कहा कि देश, समाज के लिए, किसी और के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए। यही बापू को अच्छी, सच्ची, प्रमाणिक कार्यांजलि होगी।