देहरादून:। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा का प्रथम सत्र राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) बजट अभिभाषण से शुरु हुआ। अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष ने सदन में महंगाई के विरोध में बैनर दिखाए।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग कर रही है। संस्कृत शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मातृ शिशु सेवा में सुधार हो रहा है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत तीन हज़ार रुपये दिए जा रहे हैं। बुजुर्गों व दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा के पटल पर 21 हजार 116 करोड़ 81 लाख का लेखानुदान पेश किया। इस लेखानुदान में सरकार के चार महीने के खर्च की व्यवस्था की गई है। 16 हजार सात करोड़ राजस्व मद जबकि पांच हजार 109 करोड़ पूंजीगत मद में रखे गए हैं। विधानसभा सत्र के पहले दिन मंगलवार को राज्यपाल के बजट अभिभाषण के बाद शाम चार बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन के पटल पर लेखानुदान पेश किया।
लेखानुदान में राज्य के जरूरी खर्चों के साथ ही कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भी प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही राज्य में चल रही प्रमुख योजनाओं के लिए भी बजट की व्यवस्था की गई है। सदन में लेखानुदान पेश होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वित्त विभाग ने वर्ष 2022 -23 के लिए कुल 62 हजार 468 करोड़ 50 लाख का बजट प्रस्ताव तैयार किया था। जिसके पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई तक के लिए 21 हजार 116 करोड़ 81 लाख का लेखानुदान सदन के पटल पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि लेखानुदान सरकार के जरूरी खर्चों का बजट है और आगे के महीनों के लिए बजट अगले सत्र में पेश किया जाएगा।
विधानसभा में मंगलवार को लेखानुदान रखे जाने के बाद बुधवार को इसे पारित किया जाएगा। इससे एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्तीय वर्ष के लिए सरकार के पास खर्च के लिए बजट की व्यवस्था हो जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने इस बात के संकेत दिए कि बुधवार को ही सदन में लेखानुदान पास किया जाएगा। इससे बुधवार को ही सदन की कार्यवाही समाप्त होने की उम्मीद है।