नई दिल्ली। राजग ने जनजातीय समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मूश को जहां अपना उम्मीदवार घोषित किया है वहीं विपक्षी दलों ने संयुक्त रूप से यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने ओडिशा की आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू (64) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (84) से होगा। पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में मुर्मू के नाम पर मुहर लगाई गई। मुर्मू झारखंड की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में की।
पांच साल पहले एक दलित को देश के सर्वोच्च पद पर बिठाने के बाद भाजपा ने अब आदिवासी महिला को चुनकर फिर अहम राजनीतिक संदेश दिया है। मुर्मू देश के सबसे बड़े आदिवासी समुदाय संथाल से हैं। वोटों का गणित राजग के पक्ष में है। ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) ने उन्हें समर्थन की घोषणा कर दी है। मुर्मू का चुनाव जीतना औपचारिकता माना जा रहा है। राजग के करीब 50 फीसदी मताें में बीजद के 31,000 मत भी जुड़ गए। कुछ और दल भी समर्थन का एलान कर सकते हैं।
द्रौपदी मुर्मू
ओडिशा में जन्म। पूर्व राज्यपाल। राजनीतिक जीवन की शुरुआत पार्षद से। वर्ष 2000 में पहली बार विधायक। भाजपा-बीजद सरकार में दो बार मंंत्री।
यशवंत सिन्हा
पटना में जन्म। पूर्व आईएएस अधिकारी। वाजपेयी समेत कई सरकारों में मंत्री। भाजपा में भी रहे। 2018 में छोड़ी पार्टी। तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे, अब इस्तीफा दिया।