देहरादून। केंद्र की एनडीए सरकार ने आज मंत्रिमंडल का विस्तार किया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 43 नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है जिनमें से 15 कैबिनेट 15 कैबिनेट मंत्रियों और 28 राज्य मंत्रियों ने पद की शपथ ली। मोदी सरकार-2 के दो साल पूरे होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है। उत्तराखण्ड से नैनीताल-उधमसिंहनगर के भाजपा सांसद अजय भट्ट को पीएम मोदी केन्द्र सरकार की कैबिनेट में जगह मिली है। उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं में शुमार अजय भट्ट पहली बार सांसद बने हैं लेकिन उनके पास लंबा राजनीतिक अनुभव है। इसके साथ ही वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में तीन चैथाई से अधिक बहुमत के साथ भाजपा को सत्ता में लाने का श्रेय भी है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधायक और मंत्री के अलावा पार्टी में विभिन्न सांगठनिक पदों पर रह चुके भट्ट ने नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र से 2019 में पहली बार संसदीय चुनाव लड़ा और मुकाबले में कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत को करीब तीन लाख चालीस हजार मतों से पटखनी दी, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से दर्ज की गयी जीत थी।
उत्तराखंड में कांग्रेस शासनकाल में भट्ट ने नेता प्रतिपक्ष की बखूबी भूमिका निभाते हुए कांग्रेस को कई बार सदन में आड़े हाथों भी लिया था। अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में 01 मई 1961 को जन्मे भट्ट को राजनीति का लंबा अनुभव है। वह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी भी रह चुके हैं। पार्टी के सभी गुटों के साथ तालमेल बनाकर उन्होंने भाजपा को उत्तराखंड में एक मजबूती भी दी। विधानसभा चुनाव में भी भट्ट ने अहम योगदान निभाया था। भाजपा कार्यकाल के दौरान उत्तराखंड सरकार में वह कई पदों पर रह चुके हैं। सांसद बनने से पहले भट्ट रानीखेत, अल्मोड़ा से विधायक भी रह चुके हैं।
एक मई, 1961 को अल्मोडा जिले के रानीखेत में जन्मे भटट के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया था लेकिन उन्होंने सब्जी की छोटी सी दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने के साथ ही अपनी पढ़ाई जारी रखी और एलएलबी तक की शिक्षा प्राप्त कर प्रदेश में एक नामी वकील के रूप में पहचान बनाई। जीवन की शुरूआत से ही भट्ट का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडाव रहा और फिर वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए। उन्होंने 1980 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा। उत्तराखंड पृथक राज्य आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय भागीदारी निभाई। इससे पहले अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के दौरान भी भट्ट ने दो बार गिरफ्तारी दी।
भट्ट तीन बार विधायक रहे। वर्ष 1996 में वह पहली बार रानीखेत से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2000 में उत्तराखंड का गठन होने पर वह भाजपा की नित्यानंद स्वामी और फिर भगत सिंह कोश्यिारी की अंतरिम सरकार में स्वास्थ्य, आबकारी और आपदा प्रबंधन मंत्री भी रहे। इसके बाद वह 2002 में और फिर 2012 में भी रानीखेत से विधायक चुने गए।हालांकि, 2017 में बतौर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भट्ट के नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 70 में से 57 सीटों के साथ ऐतिहासिक विजय हासिल की, लेकिन भट्ट को स्वयं रानीखेत सीट से अप्रत्याशित रूप से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के जबरदस्त प्रदर्शन का पुरस्कार देते हुए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल एक साल और बढ़ाकर जनवरी 2020 तक कर दिया।
28 नए राज्य मंत्रियों का नाम-
एल मुरुगन, पंकज चैधरी, अनुप्रिया सिंह पटेल, सत्यपाल सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, नीतीश प्रमाणिक, भानुप्रताप सिंह वर्मा, दर्शना विक्रम जारदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, ए नारायणस्वामी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, बीएल वर्मा, भगवत कृष्णकाव कराद, राजकुमार रंजन सिंह, भारती प्रवीण पवार, कपिल मोरेश्वर पाटिल, प्रतिमा भौमिक, शोभा करंदलाजे, महेंद्रभाई मुंजापारा, अजय कुमार, देव सिंह चैहान, भगवंत खुबा, विश्वेश्वर टुडू, शांतनु ठाकुर, सुभाष सरकार, जॉन बर्ला।
नए 15 कैबिनेट मंत्रियों का नाम-
नारायण तनु राणे, सर्बानंद सोनोवाल, डॉ. वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रामचंद्र प्रसाद सिंह, किरण रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख मांडविया, भूपेंद्र यादव, पशुपति पारस, जी किशन रेड्डी, पुरुषोत्तम रूपाला, अनुराग सिंह ठाकुर, अश्विनी वैष्णव।