नारसन/रूड़की। उत्तराखण्ड के नारसन बाॅर्डर पर संयुक्त जांच चैकी से प्रतिदिन हजारों लोग प्रदेश में प्रवेश कर रहें हैं, इनमें कुछ लोग निजी वाहनों से तथा अधिकांश लोग बसों से आ रहे हैं। इस स्थान पर सबसे पहले थार्मल स्क्रेनिंग की जा रही है तथा सभी का रिकाॅर्ड रखा जा रहा है, जिससे यहां लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। किन्तु यहां पर सरकार द्वारा खाने पीने तथा पानी की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं की गयी है। लोगों की परेशानियों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यहां पर 23 मई से राहत शिविर चला रहा है, जिसमें प्रतिदिन 50 स्वयंसेवक सेवा में लगे हैं। संघ द्वारा हर दिन 1600 से 1800 तक लोगों को भोजन, चाय तथा नाश्ता के साथ-साथ बच्चों के लिए दूध व पीने का पानी की व्यवस्था की गयी है।
संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री पदम सिंह ने दूरभाष पर बताया कि सरकार के पास इतनी व्यवस्था नहीं है, जो हर व्यक्ति को भोजन आदि दे सके, किंतु संघ सरकार पर निर्भर नहीं है। संघ समाज शक्ति को साथ लेकर लोगों की सेवा में निरन्तर लगा हुआ है। नारसन बाॅर्डर पर प्रतिदिन हजारों लोग उत्तराखण्ड में प्रवेश कर रहे हैं, इन लोगों को राहत शिविर के माध्यम से दो समय का भोजन, नाश्ता तथा बच्चों को दूध दिया जा रहा है। पीने के पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने बताया कि बसों से आने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है, इसलिए संघ के 50 कार्यकर्ता इस काम में दिन-रात जुटे हुए हैं। बाॅर्डर पर काम करे रहे सरकारी कर्मचारियों तथा पुलिस कर्मियों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने बताया किया स्थानीय लोगों तथा गांव के लोग भी इस काम में पूरी मदद कर रहे हैं। संघ के स्वयंसेवकों द्वारा गांवों में भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस काम की देखरेख संघ के जिला प्रचारक श्री नरेन्द्र कर रहे हैं तथा सुधांशु, प्रवीण गर्ग, अनुज त्यागी, अतुल, योगश, ब्रह्मपाल तथा गौरव सैनी शिविर में सहयोग दे रहे हैं।