23 Aug 2025, Sat

शहीद राज्य आंदोलनकारियों को किया नमन

सीएम ने शहीद स्मारक स्थल रामपुर तिराहा पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को शहीद स्मारक स्थल रामपुर तिराहा मुजफ्फरनगर पहुंचकर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में शहीद स्मारक पर उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में श्रद्धासुमन अर्पित किये।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य आन्दोलकारियों के संघर्ष व बलिदान के परिणाम स्वरूप ही उत्तराखण्ड का नये राज्य के रूप में निर्माण हुआ। 01 सितम्बर 1994 को खटीमा में पहली घटना घटी थी, जिसमें भवान सिंह, प्रताप सिंह, धर्माननन्द भट्ट, गोपीचन्द, परमजीत सिंह और रामपाल सिंह शहीद हुए थे। दूसरी घटना मसूरी की हुई जिसमें मदन मोहन मंगल, धनपत सिंह, बेलमती चैहान, हंसा धनई, बलवीर सिंह नेगी व पुलिस के सीओ ऊमाकांत त्रिपाठी शहीद हुए। जब हम राज्य आन्दोलन का जिक्र करते हैं तो 02 अक्टूबर का वह दृश्य याद आता है, जब राज्य निर्माण को लेकर आन्दोलनकारी दिल्ली जा रहे थे, तब सूर्य प्रकाश थपलियाल, राजेश लखेड़ा, रवीन्द्र रावत, राजेश नेगी, सतेन्द्र सिंह चैहान, गिरीश भद्री, अशोक कुमार, ओमपाल, अतुल त्यागी, रामगोपाल और पंकज त्यागी ने राज्य निर्माण के लिए अपना बलिदान दिया। इसके अलावा उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए अनेक युवक-युवतियों व माताओं ने अपना बलिदान दिया। इसके परिणाम स्वरूप 09 नवम्बर 2000 को उत्तराखण्ड राज्य का गठन हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की मांग पर्वतीय राज्य के रूप में बहुत पहले से हो रही थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल जी ने उत्तराखण्ड को एक पर्वतीय राज्य के रूप में तोहफा दिया। अटल जी ने उत्तराखण्ड को औद्योगिक पैकेज दिया तो नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तराखण्ड में कनेक्टिविटी को बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप राज्य बनायें। इस दिशा में हमें क्या प्रयास करने हैं, उनका स्मरण करते समय हमें यह भी संकल्प लेना होगा।  उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड जैव विविधता की दृष्टि से सम्पन्न राज्य है। प्राकृतिक सौन्दर्य व पर्यटक स्थल के रूप में देश में उत्तराखण्ड की विशिष्ट पहचान है। भारत की सभ्यता और संस्कृति के जनक के रूप में उत्तराखण्ड की अलग पहचान है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के लिए 58 रूरल गा्रेथ सेंटर की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। हमारा प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्र आर्थिक गतिविधि के प्रमुख केन्द्र बने। उत्तराखण्ड में इन्वेस्टर समिट के दौरान 1 लाख 24 हजार करोड़ रूपये के एमओयू साइन हुए, जिसमें से 40 हजार करोड़ रूपये के एमओयू सिर्फ पर्वतीय क्षेत्रों के लिए हुए। उत्तराखण्ड को भारत सरकार से ‘‘बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का अवार्ड मिला है। राज्य में अनेक फिल्मों का फिल्मांकन हो रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किये। इस अवसर पर विधायक देशराज कर्णवाल, राजेन्द्र भण्डारी व राज्य आन्दोलनकारी उपस्थित रहे।
राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों का उत्तराखण्ड बनाने की दिशा में प्रयासरत है सरकारः सीएम 
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को शहीद स्थल, कचहरी, देहरादून में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्यस्मृति पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण व पुष्पचक्र अर्पित किये। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान के परिणामस्वरूप ही उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य बना। राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड का विकास हो इसके लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने उत्तराखण्ड को स्पेशल स्टेट का दर्जा दिया। अटल जी ने उत्तराखण्ड को नया राज्य बनाने के साथ ही राज्य को मजबूती प्रदान करने के लिए औद्योगिक पैकेज दिया। जिसके कारण आज उत्तराखण्ड एक औद्योगिक राज्य के रूप में जाना जाता है। पर्यटन राज्य के रूप में उत्तराखण्ड की विशेष पहचान है। देश व दुनिया के पर्यटक उत्तराखण्ड आना चाहते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ऑल वेदर रोड, रेलवे लाईन का और उड़ान योजना के तहत एयर कनेक्टिविटी का तोहफा उत्तराखण्ड को दिया। दिल्ली, काठगोदाम, जयपुर से कनेक्टिविटी बढ़ाई है। मुज्जफरनगर-रूड़की नई रेल लाईन के लिए धनराशि दी। दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून  एक्सप्रेसवे व दिल्ली-बागपथ-सहारनपुर देहरादून रेलवे लाईन पर कार्य चल रहा है। राज्य के विकास लिए जो अवस्थापना सुविधाओं की जरूरत है उसको अटल जी ने औद्योगिक पैकेज व नरेन्द्र मोदी जी ने कनेक्टिविटी के रूप में राज्य को तोहफा दिया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र राज्य सरकार द्वारा पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। 58 रूरल ग्रोथ सेटर के लिए स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। सोलर पॉलिसी के तहत 200 मेगावट के प्रोजक्ट पर्वतीय क्षेत्रों में लग रहे हैं। चीड़ की पत्तियों से बिजली बनाने का कार्य राज्य में शुरू हो गये हैं। इसके 21 प्रोजक्ट आवंटित कर दिये हैं। आने वाले समय में इन योजनाओं के व्यापक स्तर पर परिणाम आयेंगे व पलायन भी रूकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग व जमरानी बांध बनने के बाद 15 लाख की आबादी को पूर्ण ग्रेविटी का पानी उपलब्ध होगा व प्रतिवर्ष 100 करोड़ रूपये की बिजली की भी बचत होगी।
धीरेंद्र प्रताप ने शहीद आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि
देहरादून। मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे स्थित उत्तराखंड शहीद स्मारक पर मुजफ्फरनगर काण्ड की 25वीं बरसी के अवसर पर पूर्व दर्जाधारी राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप पहुंचे व राज्य निर्माण आन्दोलन के महान शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की।

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