17 Sep 2025, Wed

मौसम के करवट बदलते ही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फवारी 

निचले क्षेत्रों में बारिश से बढ़ा ठंड का प्रकोप 
-केदारनाथ में बर्फवारी से पुनर्निर्माण कार्य हुए प्रभावित 
-काश्तकारों के लिए शुभ मानी जा रही है बारिश 
रुद्रप्रयाग। जिले में मौसम के करवट बदलते ही ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है। जहां उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फवारी हो रही है, वहीं निचले इलाकों में बारिश होने से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। केदारधाम में जमकर बर्फवारी हो रही है, जिस कारण पुनर्निर्माण कार्य को रोकना पड़ा है, जबकि मजदूरों और पुलिस के जवानों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से सम्पूर्ण केदारघाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है। केदारनाथ धाम में बर्फवारी और बारिश होने से पुनर्निर्माण कार्यों में लगे अधिकारी-कर्मचारी व मजदूरों के साथ ही पुलिस के जवानों को भारी दिक्कतें हो रही है, जबकि मदमहेश्वर धाम में तैनात मन्दिर समिति के कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। केदारनाथ, मदमहेश्वर व तंुगनाथ धामों सहित ऊँचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी होने के साथ ही निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है। निचले क्षेत्रों में बारिश होना काश्तकारों की फसलों के लिए शुभ माना जा रहा है। क्योंकि बारिश से काश्तकार की गेहूँ की बुवाई में नई ऊर्जा का संचार होना माना जा रहा है। हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से केदारघाटी शीतलहर की चपेट में आने से लोग घरों में कैद होने के लिए विवश हो गये हैं। यदि रात्रि भर बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश जारी रही तो तो सीमान्त गांवो में भी बर्फबारी हो सकती है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ धाम में बर्फवारी हो रही है, जिससे निर्माण कार्य को बर्फवारी बंद होने तक रोकने को कहा है। बर्फवारी कम होने पर निर्माण कार्यों को जोरों पर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों को ठंड से बचने के लिए हर सुविधा प्रदान की जा रही है। वहीं निचले इलाकों में बारिश हो रही है। ऐसे में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।

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