• योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का उद्घाटन आज
  • उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत वर्चुअल माध्यम से किया वेबिनार
  • मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण में योग की भूमिका विषय पर आयोजित हो रहा है वेबिनार
अल्मोड़ा। योग विज्ञान विभाग, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा “मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण में योग की भूमिका” विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0एस0भंडारी, कुलसचिव डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, अल्मोड़ा परिसर की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 इला साह, एवं मुख्य वक्ता के रूप में देव संस्कृति विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो0 ईश्वर भारद्वार, शलूनी विश्वविद्यालय, सोलंग के वरिष्ठ सलाहकार प्रो0 जी0 डी0 शर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुभारंभ किया। इसके पश्चात योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने अतिथियों का परिचय कराया एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 भंडारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इसके पश्चात प्रो0 जी0डी0 शर्मा ने योग के मनोवैज्ञानिक पहलू पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए योग ही स्थायी समाधान है, योग के व्यवहारिक पक्ष को अपनाकर मनुष्य समग्र सवास्थ्य को प्राप्त कर सकता है। इसके बाद प्रो0 ईश्वर भारद्वाज ने चित्त वृत्तियों के निरोध में योग में योग की भूमिका विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पतंजलि का योग सूत्र मनोविज्ञान का महत्वपूर्ण ग्रन्थ है इसके अनुसरण एवं अध्ययन से सम्पूर्ण मनोदैहिक व्याधियों को दूर किया जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि योग विज्ञान विभाग द्वारा समय-समय पर किए जा रहे ऐसे समाजोपयोगी कार्यक्रम सराहनीय हैं। विश्वविद्यालयों के सभी विभागों को इस तरह के समाजोपयोगी कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए, जिससे कि शिक्षा का सही मायने में समाज में उपयोग हो सके। कुलसचिव डॉ देवेंद्र बिष्ट ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
वेबिनार के द्वितीय सत्र में सत्रीय अध्यक्ष के रूप में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से विभागाध्यक्ष प्रो0 साधना दुनोरिया, मुख्य वक्ता के रूप में गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय से योग विभागाध्यक्ष प्रो0 सुरेंद्र कुमार त्यागी तथा वक्ताओं के रूप में केंद्रीय विश्वविद्यालय गढ़वाल से डा0 रजनी नौटियाल, जैन विश्वभारती संस्थान लाडलूँ से डॉ प्रद्युम्न सिंह शेखावत, एवं स्वामी विवेकानंद योग अनुसन्धान संस्थान से डॉ विकास रावत ने मनोविज्ञान के वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए योग द्वारा मनोचिकित्सा पर चर्चा की। वेबिनार के तृतीय सत्र में सत्रीय अध्यक्ष के रूप में विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 मधुलता नयाल, मुख्य वक्ता के रूप में अंतरराष्ट्रीय योग गुरु मोहन भण्डारी, तथा वक्ताओं के रूप में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से डॉ अर्पिता नेगी, केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल से डॉ विनोद नौटियाल, एवं मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान से डॉ विनय कुमार भारती ने योग द्वारा मनोव्याधिओं के निवारण के व्यवहारिक पक्ष पर चर्चा की तथा मनोविज्ञान के दार्शनिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं पर मंथन किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के आयोजक सचिव रजनीश जोशी ने किया। वेबिनार में योग शिक्षक लल्लन कुमार, चन्दन लटवाल, गिरीश अधिकारी सहित देश- विदेश के विभिन्न संस्थानों से लगभग डेढ़ हजार प्रतिभागी वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।