टिहरी। कोरोना माहमारी संक्रमण को रोकने लिए किए गए लॉकडाउन के बाद टीबी और एचआईवी जैसी बीमारियों से संक्रमित मरीजों के सामने दवा की दिक्कत न इसके लिए विभाग ने अलग से कर्मचारियों की तैनाती की गई है। ये कर्मचारी देवदूत बनकर मरीजों के घरों तक दवा पहुंचाने के काम में लगे हैं।
एनएचएम के अंतर्गत टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में कार्यरत जिला मुख्यालय नई टिहरी में स्वास्थ्य विभाग में तैनात विनोद सेमवाल को जाखणीधार, जौनपुर, थौलधार और भिलंगना ब्लॉकों में पूर्व से टीबी और एचआईवी पोजिटीव मरीजों के घरों तक दवाइयां पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली है। विनोद पिछले एक माह से यह जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वह चारों ब्लॉकों में टीबी और एचआईवी पॉजीटिव मरीजों के घर-घर जाकर उन्हें दवाइयां उपलब्ध करा रहे हैं। वे बताते है कि लॉकडाउन के चलते अब तक वह चारों ब्लॉकों में करीब 50 से 55 मरीजों के घरों में जाकर उन्हें दवाई उपलब्ध करा चुके हैं। विनोद बताते हैं कि उनके अलावा चार अन्य कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में लगे हंै। जिन्हें मरीजों के घरों तक दवा पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। कहते है ऐसे वक्त में उन्हें जो जिम्मेदारी मिली उसका निर्वहन सभी को ईमानदारी से करना चाहिए। बताते है उनके परिजन देहरादून में रहते है कोरोना संक्रमण के चलते उनके परिजन हर समय उनकी चिंता करते हैं।