देहरादून। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर भी उत्तराखंड में 18 तारीख को बहुत बड़ा परिवर्तन होने की सूचना वायरल हो रही थी, लेकिन 18 तारीख को उत्तराखंड में ऐसा कुछ नहीं हुआ लेकिन आज जरूर जिसका कयास लग रहे थे कि रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल अपनी सियासी पारी शुरू कर सकते हैं, तमाम कयासों के बाद आखिरकार आज कर्नल कोठियाल ने आम आदमी पार्टी में शामिल होकर अपनी सियासी पारी शुरू कर दी है। सोमवार को देहरादून में हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में मिशन उत्तराखंड नवनिर्माण कार्यक्रम के तहत कर्नल कोठियाल आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। इस मौके पर आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। आम आदमी पार्टी का दामन थामने के बाद कर्नल कोठियाल देहरादून स्थित शहीद स्मारक गए जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे।
कर्नल अजय कोठियाल प्रदेश में जाना-पहचाना नाम हैं। केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वो नेहरू पर्वतारोहण संस्थान निम के मुखिया भी रह चुके है। कुछ समय पहले केंद्र सरकार ने उन्हें एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर म्यांमार भेजा था। कर्नल अजय कोठियाल मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के चैंफा गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 26 फरवरी 1969 को हुआ। 7 दिसंबर 1992 को सेना में गढ़वाल राइफल्स की चैथी बटालियन में बतौर सेकेंड लेफ्टिनेंट सैन्य जीवन की शुरूआत की। अजय कोठियाल ने सेना में रहते हुए कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रोजाना मस्जिद में भेष बदल कर जाते थे। उन्होंने सात आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया। इस वीरता के लिए उन्हें शौर्य चक्र मिला। दो बार एवरेस्ट पर फतह करने के लिए कीर्ति चक्र मिला। उनके उल्लेखनीय सेवा रिकॉर्ड को देखते हुए विशिष्ट सेवा मेडल भी मिला। जबकि, नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के प्राचार्य भी रह चुके हैं।