पिथौरागढ़। राज्य के भीतर व बाहर फंसे उत्तराखंडियो को घर वापस लाने के लिए आज घर पर धरना प्रदर्शन ने अपनी एक अलग छाप छोड़ दी। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद केवल पलटू राम की छवि बना चुके राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए आज धरना वापस नहीं लिया गया। अपील का इस कदर असर था कि देश के चैदह राज्यो में दो बजे तक 3337 लोगों ने धरना देकर फेसबुक में टैग कर एक लाख 63 हजार 513 लोगांे तक पहुंच बनाई। जिप सदस्य जगत मर्तोलिया ने इसकी अपील की थी।
मर्तोलिया ने दावा किया कि गृह मंत्रालय के नये आदेश के बाद घर तक पहुंचने का रास्ता साफ नजर आने के बाद इस अनूठे आंदोलन की स्पीड़ कुछ कम हुई, उसके बाद भी एक दिन के प्रचार में लाखां लोगों तक इसका संदेश गया। मर्तोलिया ने बताया कि 3337 लोगों ने इसे फेसबुक में पोस्ट किया, जो खबर लिखे जाने तक जारी था। इससे उत्साहित जिप सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि हम राज्य में एक सिविल सोसायटी बनाकर जन मुद्दो को लेकर गैर राजनैतिक आंदोलन करने के लिए तैयार हो गए है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के आदेश के बाद राज्य की सरकार को तत्काल राज्य की एडवाइजरी निकाल कर घर वापसी पर लगे काले बादल को साफ करना चाहिए। सरकारी परिवहन के अलावा प्राईवेट परिवहन के रेट तय कर पुलिस के नियत्रंण में इसे रखना चाहिए ताकि जनता की जेब न कटे। मर्तोलिया ने कहा कि निजि वाहन में कम से कम एक परिवार को आने जाने की इजाजत मिलनी चाहिए। कहा कि सरकार लोगों के धैर्य का ज्यादा इंतजार न करें, जनता को घर तक पहुंचने की पूरी जानकारी दी जाय।