देहरादून। उत्तराखण्ड में बुधवार से हो रही बर्फबारी एवं बारिश से तापमान गिर गया है। वहीं, बर्फ गिरने से होटर कारोबारियों के चेहरे खिल गये है। बर्फबारी के बाद पर्टयटनों के पहाड़ पर आने की तादाद बढ़ जायेगी। हालांकि बर्फबारी और बारिश होने से कोरी ठण्ड से निजात मिल गयी है।
उत्तराखंड के चारधाम में बर्फबारी लगातार हो रही है। चमोली की ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही हैं। लोगों को हालांकि कोरी ठंड से राहत मिली है। इस बारिश और बर्फबारी को फसलों के लिए संजीवनी बताया जा रहा है। बदरीनाथ धाम सहित हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, औली, गोरसों सहित नीती और माणा घाटियों में बर्फबारी हुई है। निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी, झींझी गांव में भी बर्फबारी हुई, वहीं पर्यटन ग्राम रामणी में भी बर्फबारी होने से खेतों और आम रास्तों में बर्फ बिछ गई है। औली में बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं।
यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी नारायण पुरी फूलचट्टी खरशालीगांव क्षेत्र में भी बर्फबारी के बाद दिलकश नजारा सामने आया। यमुनोत्री धाम सहित आसपास की चोटियों पर खूब बर्फबारी होने के साथ ही धाम से लगे गीठ पट्टी के 12 गांवों के अलावा सरबडियार और ठकराल पट्टी के 13 गांवों में भी बर्फबारी जमकर हुई। इधर तहसील मुख्यालय सहित यमुना घाटी में रातभर झमाझम बारिश हुई बारिश बर्फबारी के बीच यमुना घाटी की विधुत सप्लाई भी बाधित रही। फरवरी के पहले सप्ताह में भी कई बार बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना यह भी है कि बारिश और बर्फबारी से तापमान पर कुछ ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को सूखी ठंड से राहत मिलेगी।