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दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस ने आखिरकार अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। शनिवार को देर रात नई दिल्ली में करीब 11 बजकर 40 मिनट पर पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई। पहली सूची में 53 प्रत्याशियों के नाम जारी किए गये है।

घोषित सूची में पार्टी के सभी नौ सिटिंग विधायकों को जगह दी गई है। खटीमा सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ पार्टी ने भुवन चंद्र कापड़ी को मैदान में उतारा है। पहली सूची में तीन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है।

राज्य में आठ जनवरी को चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के 14 दिन की लंबी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस पार्टी शनिवार देर रात सूची जारी कर पाई है। जबकि इससे पूर्व सत्ताधारी दल भाजपा 20 जनवरी को अपने 59 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुकी है। शनिवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस के 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड (जीआरजी) में बने वार रूम में पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी की।
घोषित सूची पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को उनकी परंपरागत सीट चकराता, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल को जागेश्वर, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य को बाजपुर तो उनके पुत्र संजीव आर्य को नैनीताल से प्रत्याशी बनाया गया है। इसके अलावा पार्टी की दिग्गज नेता रहीं दिवंगत इंदिरा हृदयेश के पुत्र सुमित हृदयेश को हल्द्वानी से प्रत्याशी बनाया गया है।

केदारनाथ से मनोज रावत, चकराता से प्रीतम सिंह, भगवानपुर से ममता राकेश, पिरान कलियर से फुरकान अहमद, मंगलौर से काजी निजामुद्दीन, धारचूला से हरीश धामी, रानीखेत से करण महरा, जागेश्वर से गोविंद सिंह कुंजवाल, जसपुर से आदेश चौहान के नाम शामिल हैं। इसके अलावा पुरोला सुरक्षित सीट पर विधायक रहे राजकुमार पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इस सीट पर पार्टी ने भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए मालचंद को को मौका दिया है। जबकि हल्द्वानी में पार्टी की दिग्गज नेता रहीं इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद इस पर पार्टी ने उनके पुत्र सुमित हृदयेश पर पर दांव खेला है।

पार्टी ने 53 की सूची में जिन महिलाओं को टिकट दिया है उनमें से मसूरी से गोदावरी थापली, भगवानपुर से ममता राकेश और रुद्रपुर से मीना शर्मा के नाम शामिल हैं। उत्तराखंड में कांग्रेस की प्रचार समिति के अगुवा हरीश रावत महिलाओं के 40 फीसदी प्रतिनिधित्व के सवाल पर ही पहले ही कह चुके हैं कि पार्टी यहां जीत की संभावना वाले उम्मीदवारों को तरजीह देगी।