देहरादून। समग्र शिक्षा अभियान के तहत पछुवादून और जौनसार-बावर परगने के 22 इंटर कालेज का आइसीटी कार्यक्रम संचालित करने के लिए चयनित किया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली सभी चयनित विद्यालयों में वर्चुअल क्लास रूम के निर्माण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से प्रधानाचार्यों को दिए हैं।
चयनित विद्यालयों में वर्चुअल क्लास रूम के निर्माण के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को भी शहरी विद्यालयों की तर्ज पर उचित संसाधनों में गुणवत्ता परक शिक्षा मुहैया होगी। इस कार्यक्रम के लिए पछुवादून के 22 विद्यालयों सहित देहरादून जिले के कुल 46 विद्यालयों को चयनित किया गया है। संसाधनों के अभाव में जूझ रहे राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार भी देश भर में कई योजनाओं का संचालन कर रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा के लिए समावेशी माहौल तैयार किया जा सके। इसी कड़ी में अब प्रदेश भर के सरकारी विद्यालयों के साथ ही पछुवादून के विद्यालयों को भी आइसीटी प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के लागू होने से यहां प्रथम चरण के लिए चयनित 22 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को आधुनिक तकनीकी संसाधनों के साथ कक्षा कक्षों में शिक्षा मुहैया होगी। विकासनगर के खंड शिक्षाधिकारी वीपी सिंह ने बताया कि सभी विद्यालयों को विभाग की ओर से मौजूद दिशा निर्देशों के अनुसार कक्षा कक्षों के निर्माण के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कि प्रदेश में प्रोजेक्ट के शुरु होते ही इन विद्यालयों में भी आइसीटी कार्यक्रम शुरू किया जा सके। राज्य स्तर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर की जाएगी। उससे पूर्व सभी विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम का निर्माण जरूरी है। इन विद्यालयों को किया गया है चयनित जौनसार-बावर परगने के राइंका क्वांसी, राइंका लाखामंडल, राइंका मेहरावना, राइंका सावड़ा, राइंका क्वानू, राइंका हटाल, राइंका चिल्हाड़, राइंका कोटी कालोनी, राइंका पजिटिलानी, राबाइंका साहिया, पछुवादून के राइंका डाकपत्थर, राइंका लांघा, राइंका होरावाला, राइंका सभावाला, राइंका बरोटीवाला, राइंका सोरना डोभरी, राइंका बाड़वाला, राइंका सेलाकुई, राइंका पौंधा, राइंका छरबा क्या है आइसीटी कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा मिशन में सूचना और संचार प्रौद्योगकी (आईसीटी) के माध्यम से किसी भी समय कहीं भी शिक्षण संस्थानों में सभी विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट पर उच्च गुणवत्ता वाले वैयक्तिक और सहसक्रिय ज्ञान माड्यूलों को उपलब्ध कराकर उनकी क्षमता के उत्थान की परिकल्पना की गई है। इसका आशय डिजिटल अंतर को कम करते हुए शिक्षा क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण शिक्षकों, छात्रों की शिक्षा और अधिगम के विकास के लिए उचित संसाधन मुहैया कराते हुए उन्हें डिजिटल क्रांति के माध्यम से ज्ञान अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में शामिल करना है।