कोटद्वार। उत्तराखंड में पौड़ी जिले के कोटद्वार में 16 दिन पहले प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर की गई हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। मृतक देहरादून शहर का एक प्रॉपर्टी डीलर था। जिसे दोपहर के वक्त गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। इस हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस ने रात-दिन एक कर दिया था। थाना परिसर में पौड़ी के एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पुलिस की दस टीमें आरोपियों को गिरफ्तार करने में लगी थीं।
एसएसपी ने बताया कि पौड़ी जेल में बंद अभियुक्त नरेन्द्र वाल्मिकी, देहरादून जेल में बंद रूपेश त्यागी व पौड़ी जेल में बंद सुरेन्द्र उर्फ सूरी ने दोनों अभियुक्तों भारतवीर व मोनू को पौड़ी जेल में मुलाकात के लिए बुलाया गया। जहां पर उन्होंने कोटद्वार क्षेत्र में केबल का काम करने वाले व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने के लिए उनके प्रतिष्ठान पर मौजूद व्यक्ति पर फायर करने के निर्देश दिए। घटना से पूर्व रुड़की क्षेत्र से दोनों आरोपी युवकों को पिस्टल एवं कारतूस भी उपलब्ध करवाये गये।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद अभियुक्तों को रंगदारी के लिए रुड़की क्षेत्र के एक अन्य व्यवसायी पर भी फायरिंग करनी थी लेकिन इससे पूर्व ही कोटद्वार पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पौड़ी जेल में बंद नरेन्द्र वाल्मिकी और दोनों आरोपी एक दूसरे से मोबाइल के जरिये लगातार सम्पर्क में थे एवं वॉट्सएप के जरिये ही दिशा-निर्देश लेते रहते थे।
एसपी कुंवर ने बताया कि दोनों आरोपियों को मंगलौर हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। वारदात में अंजाम देने में इस्तेमाल किया गया। देसी कट्टा, मोटर साइकिल व जिंदा कारतूस भी पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस अभी भी मामले की गहनता से जांच कर रही है। दोनों आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिदेशक द्वारा नकद 10 हजार रुपए ,पुलिस महानिरिक्षक गढ़वाल क्षेत्र द्वारा 5 हजार व वरिष्ठ पुलिस अधिकक्षक पौडी द्वारा 2500 रूपये नकद इनाम देकर सम्मानित किया। इस टीम में प्रदीप कुमार राय अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार, जे आर जोशी पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार, पल्लवी त्यागी पुलिस उपाधीक्षक(प्रशिक्षु), मनोज रतूडी प्रभारी निरिक्षक, प्रदीप सिंह नेगी वरिष्ठ उपनिरिक्षक , उपनिरिक्षक रफत अली, सतेन्द्र भण्डारी, कमलेश शर्मा, सुनील पंवार, दीपक तिवाडी, सन्दीप शर्मा, अरविंद पंवार, ओमप्रकाश, महिला उपनिरिक्षक रचना , भावना भट्ट शामिल थे।