15 Mar 2025, Sat

भारतीय मजदूर संघ ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

देहरादून। भारतीय मजदूर संघ ने देश की औपचारिक नौकरियों को अनुबंधित या निश्चित अवधि रोजगार में बदलने के खिलाफ डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। साथ ही प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा।
संघ के जिला मंत्री पंकज शर्मा के नेतृत्व में संघ कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। संघ ने कुछ देर कलेक्ट्रेट में ठहर कर धरना भी दिया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन संघ ने कहा वह ठेकेदारी, अनुबंधित, आकस्मिक नौकरियों का विरोध करता है। सरकार की कोशिश होनी चाहिए थी कि वह अनुबंध, निश्चित अवधि, आकस्मिक, दैनिक मजदूरी और अस्थायी श्रमिकों को स्थायी रोजगार प्रदान करे। लेकिन सरकार की नीतियां इसके बिल्कुल विपरीत हैं। इससे असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों में भविष्य के प्रति अनिश्चितता बनी हुई है। आंगनवाड़ी, आशा, आशा फैसिलिटेटर, पीडीएस, भोजनमाता, एनएचएम आदि सरकारी योजनाओं में काम करने वाले सभी स्कीम वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया जा रहा। जबकि ये लोग सरकारी कर्मचारियों की तरह ही मेहनत करते हैं। सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण, विनिवेश, रणनीतिक बिक्री, एफडीआई और निगमीकरण को रोकना चाहिए। श्रम कानूनों का सख्ती से पालन कराना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। सरकारी नुमांइदे और जनप्रतिनिधि का झुकाव उद्योगपतियों के पक्ष में साफ नजर आता है। जिला मंत्री पंकज शर्मा ने कहा कि, उत्तराखंड प्रदेश के कई विभागों में सातवां पे कमीशन लागू नहीं है। श्रमिकों के लिए सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा कोड बनाना अत्यंत जरूरी है। असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को समान काम का समान वेतन मिलना चाहिए। मौके पर गोविंद सिंह बिष्ट, पंकज शर्मा, अजय कांत शर्मा, बालेंद्र तोमर, रामचंद्र खंडूड़ी, सुशीला खत्री, मीना तोमर, रेनू नेगी, आरती थापा, वीरू खन्ना, धूमा देवी, डा.हर्षमणि पंत, चंद्रमोहन बिजल्वाण, माया, गीता तोमर, रेनू नेगी, लक्ष्मी शर्मा आदि मौजूद थे।

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