देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट एवं विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के दिल्ली दौरे के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर दिल्ली हाईकमान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को तलब किया है। मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में परिवर्तन एवं अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर हाईकमान को जानकारी देंगे।
सूत्रों की मानें तो धामी सरकार कुछ कैबिनेट मंत्रियों को ड्रॉप करते हुए नए चेहरे को मौका दे सकती है। भाजपा हाईकमान ने सीएम धामी से कैबिनेट मंत्रियों की परफॉरमेंस की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।
विधानसभा बैकडोर भर्तियों में एक कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधानसभा स्पीकर का जमकर नाम उछला है, जिससे भाजपा की काफी किरकिरी भी हुई है। जबकि, एक कैबिनेट मंत्री का स्वास्थ्य कारणों की वजह कुछ खास परफॉरमेंस नहीं है। सूत्रों की मानें, तो धामी सरकार इसी मु्द्दों का आधार बनाते हुए कुछ एक्शन ले सकती है।
धामी सरकार में अगर कैबिनेट मंत्री ड्रॉप होते हैं तो युवा और नए चेहरों को मौका जरूर मिलता दिखाई दे रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी की हामी के बाद अगर कैबिनेट मंत्री ड्रॉप होते हैं तो धामी सरकार के सामने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के बीच संतुलन बनाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। साथ ही, धामी सरकार को ब्राहमण और ठाकुर के बीच भी संतुलन बनाना होगा। सूत्रों की बात मानें तो भाजपा हाईकमान मंत्रिमंडल विस्तार की योजना को अंतिम रूप देने की तैयारियों में जुटा है।